नई दिल्ली । राजस्थान (Rajasthan)में कांग्रेस की तीसरी लिस्ट(third list) में भी गहलोत के वफादार 2 मंत्री और एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री (state Minister)को टिकट नहीं मिला है। ऐसे में टिकट कटने को लेकर अटकलों(speculations) का बाजार गर्म हो गया है। तीसरी लिस्ट में 19 उम्मीदवर कांग्रेस ने घोषित किए है। बता दें पिछले साल 25 सितंबर को दोनों ही मंत्रियों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर सीधे तौर पर कांग्रेस आलाकमान को चुनौती दे दी थी। सचिन पायलट के विरोध पर तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अटकलों का बाजर गर्म है कि सचिन पायलट के विरोध के चलते इन मंत्रियों का टिकट अभी तक क्लीयर नहीं हुआ है। हालांकि, सचिन पायलट ने संकेत दिए है वह तीनों का विरोध नहीं करेंगे। लेकिन फिलहाल मामला अटका हुआ है।
तीनों ही मंत्री गहलोत के चहेते
राजस्थान की राजनीति में गहलोत और पायलट की अदावत किसी से छिपी नहीं है। तीनों मंत्रियों को लेकर कहीं न कहीं पेच फंसा हुआ है। सियासी जानकारों का कहना है कि तीनों को ही कांग्रेस आलाकमान को चुनौती देना भारी पड़ सकता है। हालांकि, मंत्री महेश जोशी अपने बेटे पर दुष्कर्म के आरोप की वजह से विवादों में आ गए है। बता दें राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तीसरी लिस्ट जारी हो गई है। गुरुवार शाम पार्टी ने 19 उम्मीदवारों के नाम के साथ तीसरी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में गहलोत सरकार के एक मंत्री के साथ-साथ 11 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं। लेकिन अभी तक गहलोत सरकार के नगर विकास और आवास विभाग मंत्री शांति धारीवाल को टिकट नहीं मिला है। शांति धारीवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चेहेते हैं।
सचिन पायलट ने सपोर्ट करने के संकेत दिए थे
सीएम अशोक गहलोत के धुर विरोधी सचिन पायलट ने हाल ही में संकेत दिए थे वे गहलोत तीनों मंत्रियों समेत गहलोत समर्थकों को टिकट देने का विरोध नहीं करेंगे। लेकिन सियासी जानकारों का कहना है कि राजनीति में जो कहा जाता है, ऐसा हो जाए इसकी गारंटी नहीं होती है। वैसै भी सचिन पायलट उदार नेता माने जाते हैं। लेकिन जिस तरह से दोनों मंत्रियों को टिकट मिलने में देरी हो रही है। इससे अटकलों का बाजर गर्म हो गया है। तीनों लिस्ट जारी होने के बाद एक बात समान रूप से है कि गहलोत और पायलट ने अपने-अपने चेहतों को खूब टिकट दिलवाए है। नए चेहरों को मौका नहीं मिल पाया है।
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