जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। हम जल्द विधानसभा सत्र बुला लेंगे और बहुमत साबित करेंगे। उसी रूप में हम आगे बढ़ेंगे। सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के इशारों पर हो रही छापेमारी से राजस्थान घबराने वाला नहीं है। पूरा कांग्रेस विधायक दल एकजुट हैं और भाजपा का चुनी हुई सरकार गिराने का षडयंत्र कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल को यह नहीं कहे कि राजस्थान को लेकर हुए घटनाक्रम की उन्हें जानकारी नहीं थी, इसलिए सबूत के तौर पर रिकार्ड पर लाने के लिए मैंने उन्हें पत्र लिखा है। फोन टेपिंग प्रकरण पर उन्होंने दावा किया कि अमेरिका से फोरेंसिक जांच करवा लें तो भी फोन टेपिंग में कैद हुई आवाजों को झुठलाया नहीं जा सकेगा। सत्य की जीत होगी। भारतीय जनता पार्टी के लोग जो भी कर रहे हैं, उसे पूरा देश देख रहा है।
गहलोत ने कहा कि जो लोग भटक गए हैं, सिर्फ वे लोग कोर्ट में गए है। स्पीकर ने नोटिस दिया है, लेकिन उनके इरादे अलग है। सीएम हाउस में हमने विधायक दल की बैठक बुलाई थी। यह इसलिए बुलाई थी कि जो लोग भटक चुके हैं, वे लौट आए। नहीं आए तो सरकारी मुख्य सचेतक ने स्पीकर के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई कि उनकी मंशा अलग होने की है। स्पीकर ने उन्हें नोटिस दिया तो वे लोग कोर्ट चले गए। सुप्रीम कोर्ट और स्टेट हाईकोर्ट के जो फैसले आ रहे हैं, ये उसी रूप में है। एंटी डिफेक्शन बिल से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
गहलोत ने कहा कि पूरा कांग्रेस विधायक दल एकजुट है, इसीलिए सभी होटल में एकजुटता से बैठे हैं। जबकि, कांग्रेस से अलग होने की मंशा रखने वाले विधायकों को वहां की होटल में बंधक बनाकर रखा गया है। उनके फोन रख लिए गए हैं। बाउंसर लगाए गए है। उनमें से कईयों के फोन आ रहे है कि हमें बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि जब वे छूटेंगे तो उनमें से कई हमारे साथ होंगे। हमारे पास पूर्ण बहुमत है और उसी बहुमत के सहारे हम आगे बढ़ेंगे।
गहलोत ने कहा कि हम न्यायपालिका का सम्मान करने वाले लोग है। संवैधानिक संस्थाओं में किसी तरह का टकराव नहीं होना चाहिए। आम आदमी को न्याय की उम्मीद वहीं से होती है, इसलिए आम आदमी का विश्वास न्यायपालिका से नहीं उठना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दुर्भाग्यवश मीडिया गोदी मीडिया बन गया है। ऐसे वक्त में मीडिया से ही सच्चाई को सामने लाने की हिम्मत बंधती है। मीडिया को कोशिश करनी चाहिए कि जो सच है, उसे सबके सामने रखे।
अपने परिजनों और परिचितों पर प्रवर्तन निदेशालय, आयकर और केन्द्रीय जांच ब्यूरो की कार्रवाई के सवाल पर गहलोत ने कहा कि पहले जब छापे पड़ते थे तो कार्रवाई के बाद पता चलता था कि अमुक के घर छापा पड़ गया है। अब ऐसी स्थिति है कि तीन-चार दिन पहले ही खबर लग जाती है कि छापे पड़ने वाले हैं और उसी रूप में छापे पड़ रहे हैं। इन छापों से न हम घबराने वाले हैं न हमारा रुकने वाला है।
सीएम ने कहा कि मोदी जी अच्छे वक्ता हैं, लेकिन एक हद तक आप जनता को प्रभावित कर सकते हो, चाहे ताली बजवा दो, थाली बजवा दो, बैंड बजवा दो या मोमबत्ती लगवा दो। कोरोना खतरनाक महामारी है। केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर इसका मुकाबला करना चाहिए था, किया भी है, लेकिन आप जराज्यों की चुनी हुई सरकार भंग करवाने में जुटे हैं। जनता इनको माफ नहीं करेगी, न देश की न प्रदेश की। (एजेन्सी, हि.स.)
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