रायसेन। भोपाल लोकायुक्त पुलिस (Bhopal Lokayukta Police) ने बुधवार को गैरतगंज एसडीएम मनीष जैन (Garatganj SDM Manish Jain) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों (red handed taking bribe) पकड़ा है। रिश्वत की राशि पहले एसडीएम के ऑपरेटर ने ली तथा बाद में एसडीएम तक रुपये पहुंचे। इसी दौरान मौके पर तैयार लोकायुक्त पुलिस टीम ने एसडीएम कार्यालय पर छापा मार दिया। कार्रवाई के बाद एसडीएम मनीष जैन की तबियत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। छापे की कार्रवाई के दौरान एसडीएम कार्यालय बस स्टैंड इलाके पर भारी गहमा गहमी बनी रही।
बुधवार की शाम लगभग 4 बजे गैरतगंज के एसडीएम कार्यालय में भोपाल से आई लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए एसडीएम मनीष जैन एवं कार्यालय के ऑपरेटर रामनारायण अहिरवार को 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। कार्रवाई में एसडीएम कार्यालय के बाबू दीपक श्रीवास्तव को भी आरोपित बनाया गया है। यह पूरी कार्रवाई भोपाल निवासी एवं गैरतगंज तहसील के गुंदरई गांव के कृषक तनवीर पटेल को अगरिया कलां गांव में लगने वाले उनके क्रेशर के लिए खनन की परमिशन के लिए रिश्वत मांगे जाने को लेकर हुई है।
फरियादी तनवीर पटेल ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि क्रेशर के लिए खनन की परमीशन के लिए एसडीएम कार्यालय में उनसे पहले एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी तथा बाद में 50 हजार रुपये में मामला तय हो गया था। तनवीर ने 5 हजार की राशि पहले दे दी थी तथा शेष 45 हजार देना आज तय हुआ था। लोकायुक्त ने तनवीर पटेल की शिकायत दर्ज कर बुधवार को रिश्वत की राशि देने के लिए उन्हें एसडीएम कार्यालय भेजा था। जैसे ही तनवीर पटेल ने ऑपरेटर रामनारायण को रिश्वत की राशि सौंपी तो ऑपरेटर ने अपना हिस्सा बचाकर शेष राशि एसडीएम मनीष जैन को सौंप दी। उसी समय परिसर में तैयार खड़े लोकायुक्त पुलिस के दल ने इशारा मिलते ही धावा बोल दिया तथा ऑपरेटर रामनारायण और एसडीएम मनीष जैन से रिश्वत की राशि जब्त कर उन्हें पकड़ लिया।
लोकायुक्त पुलिस ने दोनों से राशि जब्त कर उनके हाथ धुलवाए तो उनके हाथ गुलाबी हो गए। इस पूरी कार्रवाई में शामिल रहे लोकायुक्त के डीएसपी संजय शुक्ला ने बताया कि इस मामले में एसडीएम मनीष जैन, ऑपरेटर रामनारायण व बाबू दीपक श्रीवास्तव को आरोपी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि बाबू दीपक एवं ऑपरेटर रामनारायण ने एक लाख की रिश्वत मांगी गई थी तथा 50 हजार में मामला तय हुआ था। आज 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। इसमें ऑपरेटर रामनारायण और एसडीएम मनीष जैन से राशि बरामद हुई है। अपरान्ह 4 बजे से देर शाम तक एसडीएम कार्यालय में यह कार्रवाई चलती रही।
एसडीएम की तबियत बिगड़ी
लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद एसडीएम मनीष जैन की तबियत बिगड़ गई तथा उन्हें जांच टीम ने डॉक्टरों की देखरेख में गैरतगंज अस्पताल इलाज के लिए भेजा। जहां से सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
दो लिफाफों में दी गई रिश्वत की राशि
लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी तनवीर पटेल को रिश्वत की राशि दो लिफाफों में रखकर भेजी थी। तनवीर पटेल ने एक लिफाफा जिसमें 40 हजार रुपये थे तथा दूसरा लिफाफा जिसमें 5 हजार थे, इन दोनों लिफाफों को ऑपरेटर रामनारायण को सौंपा। 40 हजार वाला लिफाफा एसडीएम के लिए था। किंतु ऑपरेटर रामनारायण ने उसमें से 10 हजार निकालकर 30 हजार एसडीएम को दिए।
लोकायुक्त डीएसपी संजय शुक्ला ने बताया कि शेष 10 हजार ऑपरेटर ने अपने पास रख लिए। इस सौदे में 5-5 हजार ऑपरेटर और बाबू के देना तय हुए थे तथा 40 हजार एसडीएम को दिए जाने थे। इसमें पूर्व में 5 हजार दिए जा चुके थे। परंतु ऑपरेटर ने 10 हजार और भी बचा लिए। लोकायुक्त ने यह राशि जब्त कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की है।
रिश्वत का पैसा लेकर भागने की फिराक में थे एसडीएम, सड़क से पकड़ा
इस मामले में एसडीएम द्वारा रिश्वत का पैसा अपने बैग में रखकर लेकर अपनी सरकारी गाड़ी से भागने लगे। तभी मुख्य सड़क मार्ग पर मौके की तलाश में खड़े लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रोक लिया और एसडीएम कार्यालय ले गए। जहां पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved