नई दिल्ली। दिवाली (Diwali) पर तेल की कीमतों (Oil prices) में कटौती (Deduction) को लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि 50 रुपये दाम बढ़ाकर (Raised Rs. 50) 5 रुपये कम (Less Rs. 5) कर दिये। इसे 60-65 रुपये तक ले आना चाहिए।
राकेश टिकैत ने कहा कि तेल के दामों को और कम करने की जरुरत है, वहीं इसके पीछे की वजह को लेकर टिकैत ने कहा “सरकार ने आने वाले चुनावों को लेकर यह कटौती की है। सरकार दिखाना चाहती है कि देखिए हमने दिवाली का तोहफा दिया है।” उन्होंने कहा कि 100 रुपये तेल के दाम पहुंचाकर 5-10 रुपये घटा दिए हैं। जिस रफ्तार से तेल के दाम बढ़े हैं उसी हिसाब से फसलों के भी रेट बढ़ाए जाएं।
हालांकि तेल के दामों में कटौती को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि इससे सांस लेने भर की राहत तो मिलेगी, लेकिन इसमें और कटौती की जरुरत है, वहीं गैस सिलेंडर के दामों को लेकर उन्होंने कहा कि तेल के दामों में मामूली कटौती तो कर दी, लेकिन गैस सिलेंडर के दामों पर क्या हुआ, बाकी चीजों के दामों पर क्या हुआ ?
बता दें कि देश में बढ़ती महंगाई को लेकर मोदी सरकार जनता के गुस्से का सामना कर रही है। माना जा रहा है कि इसको देखते हुए बुधवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट में क्रमशः 5 रुपए और 10 रुपए की कटौती करने का फैसला किया। इस फैसले के बाद कई राज्यों ने भी अपने स्तर पर वैट में कटौती की है।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और बिहार की सरकारों ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट में कटौती की है। खास बात यह भी है कि इनमें से यूपी, गोवा, उत्तराखंड, गुजरात और मणिपुर में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वैट में कमी होने के बाद चालू वित्तीय वर्ष में होने वाले कर संग्रह में करीब 60,000-65,000 करोड़ की कमी हो सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved