ग्वालियर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के कई जिलों में बीते कुछ दिनों आफत वाली बारिश का कहर बरस रहा है. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र (Gwalior-Chambal region) में तो करीब 40 घंटे तक लगातार तेज बारिश (MP Heavy Rain) हो रही है, जिसने लोगों की जिंदगी में परेशानियां खड़ी कर दी हैं. नदी-नाली उफान पर आ गए हैं. भिंड में सिंध नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए 47 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है, जबकि कई गांव खाली कराए गए है. ग्वालियर में भारी बारिश (heavy rain in gwalior) और बाढ़ के कारण अब तक 17 मौतें भी हो चुकी है.
ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बारिश ने रौद्र रूप ले लिया है. करीब 40 घंटों तक लगातार बारिश होने के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. बाढ़ के कारण क्षेत्र के करीब 105 गांव पूरी तरह डूब गए हैं. 80 से ज्यादा पुलि और पुलिया के ऊपर भी पानी भर गया है. अब तक क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 1500 से ज्यादा फंसे हुए लोगों का रेस्क्यू किया गया. बाढ़ के हालात और मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी होने के बाद 47 गावों में अलर्ट जारी किया गया है. भिंड में सिंध नदी खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर बह रही है. वहीं, मेहगांव में कई गांव के गांव पूरी तरह से खाली कराए गए हैं.
तेज बारिश और मौसम विभाग के अलर्ट के कारण शिवपुरी, मुरैना, ग्वालियर और दतिया में 14 सितंबर को स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की गई है. बता दें कि तेज बारिश के कारण शिवपुरी जिले में दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल और जबलपुर संभाग के 11 जिलों में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
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