नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सुबह से ही दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में बारिश हो रही है। भारी बारिश के बाद दिल्ली में लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी में बारिश के साथ-साथ चारों तरफ आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। बुधवार सुबह से लगातार हो रही बारिश के कारण दिल्ली की कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। दिल्ली में बादलों के छाए रहने से दिन में ही अंधेरा छा गया है। सड़कों पर गाड़ियों को लाइट जलाकर चलना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने भी दिल्ली में अगले दो से तीन तक बारिश की संभावना व्यक्त की है, वहीं कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मंगलवार को भी दिल्ली में पूरे दिन बादल छाए रहे और कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। इससे दिल्ली के तापमान में गिरावट आई है। मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 1 डिग्री अधिक है। राजधानी में हवा में नमी का स्तर 98 प्रतिशत तक रहा।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 25 अगस्त तक दिल्ली में बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। इस दौरान 19 और 20 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट है। वहीं 21 से 25 अगस्त तक मध्यम से हल्की बारिश की संभावना है। भारी बारिश के बाद दिल्ली की सड़कों पर जलजमाव हो गया। इसकी वजह पूरे शहर में जगह-जगह लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के पास स्थित आईटीओ चौराहे पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। दिल्ली से सटे हरियाणा, पश्चिमी यूपी और राजस्थान समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के तटीय, पश्चिमी और मध्य हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। राजस्थान के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है।
देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून के दौरान भारी बारिश होने के मद्देनजर केद्रीय जल आयोग ने मंगलवार को कई राज्यों के लिए बाढ़ का परामर्श जारी किया. साथ ही, कुछ राज्यों के पर्वतीय जिलों में भूस्खलन होने की भी चेतावनी दी। आयोग ने कहा कि भारी बारिश से कई राज्यों के जलाशयों में जलस्तर बढ़ जाएगा.आयोग ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए जारी एक परामर्श में कहा कि आने वाले दिनों में वहां भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही, सतलुज, रावी, व्यास, घग्गर, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, गंगा, रामगंगा, शारदा, सरयू और घाघर का जल स्तर बढ़ जाएगा। मौसम विज्ञान विभाग ने भी हिमाचल प्रदेश में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
परामर्श में गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के लिए कहा गया है कि वहां भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इससे माही, नर्मदा, तापी और दमनगंगा का जलस्तर बढ़ जाएगा। इसमें कहा गया है कि नर्मदा, तापी और दमनगंगा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ता है. परामर्श में कहा गया है कि कोंकण और गोवा में भी अगले चार-पांच दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है, इससे नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है।
ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अगले चार-पांच दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है। राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिये परामर्श में कहा गया है कि चंबल, माही, साबरमती, कालीसिंध, बनास नदियों के जलस्तर भी बढ़ने की संभावना है. राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई।
मध्य प्रदेश में नर्मदा और मांडला खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। बिहार, झारखंड और गंगाई पश्चिम बंगाल के लिये परामर्श में कहा गया है कि बिहार में कई नदियां उफान पर हैं। केरल में 3 और शव बरामद होने से राज्य में भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 61 हो गई, वहीं बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बिहार में, गंगा, बागमती, बूढ़ी गंडक जैसी प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य के 16 जिलों में 81.59 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है।
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