नई दिल्ली । देश के अधिकांश हिस्सों में पिछले दिनों बारिश (Rain) और आलोवृष्टि देखने को मिली. इससे मैदानी इलाकों में भी तापमान (Weather) में गिरावट आई. साथ ही तेज हवाएं भी दर्ज की गईं. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के पास बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा में बारिश हुई है. वहीं एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ भी उत्पन्न हो रहा है. इसके कारण पहाड़ी इलाकों में बारिश होने का अनुमान जताया गया है.
मौसम विभाग का कहना है कि इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद समेत उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. इन इलाकों में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि और बर्फबारी होने की भी आशंका जताई गई है. पहाड़ों पर होने वाली इस बर्फबारी और बारिश का असर मैदानों पर भी देखने को मिलेगा. इससे मैदानी इलाकों का तापमान नीचे गिरेगा.
वही देश में गर्मी को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि अगले 5 दिनों तक अधिकांश हिस्सों में लू चलने की कोई संभावना नहीं है. बता दें कि मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले 24 घंटों में हल्की बौछारें पड़ीं और प्रदेश के 11 जिलों में गरज के साथ ओले गिरे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि रविवार को मौसम शुष्क रहने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बूंदाबांदी हुई है. आईएमडी भोपाल के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने बताया कि सागर में 44.2 मिमी बारिश हुई, जबकि 11 जिलों में गरज-चमक के साथ ओले भी गिरे हैं. उन्होंने कहा कि शनिवार को दिन के अंत तक मौसम ठीक होना शुरू हो गया.
साहा ने बताया कि भोपाल जिले के बैरासिया, नीमच में सिंगोली, मंदसौर के भानपुरा और गांधीसागर, देवास के पिपलरवा और बागली में गरज के साथ ओले गिरे. उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में शाजापुर, विदिशा, राजगढ़, गुना, सीहोर, हरदा और सागर जिलों के कुछ हिस्सों में भी ओले और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं.
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