- यह सुरक्षा मित्र किसी भी संदिग्ध गतिविधि और रेलवे पटरी पर रखी कुछ आपत्तिजनक वस्तु की सूचना तत्काल रेलवे पुलिस को देंगे
उज्जैन। रेल पटरियों में तोडफ़ोड़ पटरियों के आसपास लगातार संदिग्ध लोगों की आवाजाही कई लोगों द्वारा प्रतिदिन अवैध रूप से पटरी पार करने के बढ़ते मामले को देखते हुए रेलवे के द्वारा किसानों, स्थानीय निवासियों के अलावा चरवाहों को रेलवे पटरियों की निगरानी के लिए शामिल किया जाएगा।
रेलवे पटरियों पर तोडफ़ोड़ या ट्रेनों को पटरी से छेड़छाड़ की बढ़ती कोशिशों के बीच रेलवे किसानों, स्थानीय निवासियों और चरवाहों को रेलवे पटरियों की निगरानी के लिए ट्रैक मित्र के रूप में शामिल करेगा जिससे ऐसी किसी भी घटना पर अंकुश लग सकेगा। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि ये ट्रेक मित्र रेलवे सुरक्षा बल आरपीएफ के कर्मियों के साथ समन्वय में काम करेंगे। साथ ही पटरियों के पास किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में जानकारी देंगे और सुरक्षा कर्मियों को अहम जानकारी देने के लिए नियमित अंतराल पर बैठकें भी करेंगे। आरपीएफ कर्मी गाँवों और रेलवे पटरियों के आसपास रहने वाले लोगों तथा उन किसानों की सूची तैयार करेंगे, जिनकी कृषि भूमि पटरियों के पास है। उन्हें ट्रैक मित्र बनाया जाएगा, ताकि वे अपने स्थानों से रेल पटरियों को पार करने पर आसानी से नजर रख सकें। अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक मित्र के रूप में ये लोग पटरियों पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति को देखने पर तुरंत अधिकारियों को बताएंगे, वहीं आरपीएफ चौबीसों घंटे निगरानी कर रही है और सुरक्षा कर्मियों ने पटरियों पर शरारती गतिविधियों को रोकने के लिए संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए अपने मुखबिरों और स्रोतों को सक्रिय कर दिया है। अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद कर्मचारियों द्वारा पटरियों के पास रेल लाइन, स्लीपर, बोल्डर व अन्य सामान जैसे लावारिस हालत में पड़े स्कैप को हटाया जा रहा है।