शिमला। हिमाचल में जल्द ही रेलवे पर्यटन को नए आयाम लगने वाले हैं। रेल मंत्रालय ने हिमाचल की नैरोगेज लाइनों पर रेल पर्यटन को प्रोत्साहित करने का फैसला लिया है। केन्द्रीय रेल व वणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उन्होंने हिमाचल में रेल पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसे भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरा कर लिया जायेगा।
शिमला मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के साथ प्रदेश की रेल परियोजनओं संबंधी बैठक के बाद गोयल ने बताया कि हिमाचल के औद्योगिक शहर बद्दी को जल्द ही रेल लाइन से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि चण्डीगड बद्दी रेल लाइन के लिए अगले साल के बजट में दो सौ करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त गोयल ने कहा कि भानुपुल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन के लिए भी अगले साल के बजट में 405 करोड़ का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि यूपीए के 108 करोड़ प्रति वर्ष बजट के मुकाबले मोदी सरकार हिमाचल में केन्द्र की परियोजनाओं के लिए 222 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का औसत बजट दे रही है। अगले साल के बजट में यह राशि 770 करोड़ हो गई है।
रेल मंत्री ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण कालका-शिमला नैरो रेल लाइन पर गति बढ़ाने के लिए नया सर्वे किया जाएगा। इस लाइन पर रेल के सभी पुराने डिब्बों पर बदलकर नए डिब्बे लगाए जाएंगे जिससे यह लाइन पर्यटकों के लिए और आर्कषण का केन्द्र बनेगी। उन्होंने कहा कि इस लाइन पर रेल स्टेशनों के आसपास की जगह को भी विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात हुई है। यह योजनाएं 15 अगस्त 2022 तक पूरी हो जाएगी। इसी तरह पठानकोट जागिन्द्रनगर लाइन पर भी रेल डिब्बों को बदला जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि जगाधरी से पांबटा साहिव के लिए नई रेल लाइन का सर्वे किया जाएगा।
पीयूष गोयल ने कहा कि औद्योगिक केन्द्र बद्दी में टेस्टिंग की नई लैब लगाई जाएगी। यह लैब अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी। प्रदेश सरकार अगर इसके लिए भवन प्रदान करती है तो जल्द ही यह लैब काम करना आरंभ कर देगी। (एजेंसी, हि.स.)
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