जबलपुर। रेलवे की सुभाष कॉलोनी में भी अराजकता और उदासीनता फैल चुकी है। यहां पर कई कई महीनो साफ सफाई नहीं होती। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि स्टेशन के बाहर भीख मांगने वाले यहां पर रोज सुबह आकर गंदगी मचा कर चले जाते हैं। चारों तरफ गंदगी बजबजा जा रही है। पार्क के तो इतने बुरे हाल हैं कि वाकिंग ट्रेक भी टूट चुका है और बच्चों ने भी अब यहां आकर खेलना बंद कर दिया। यहां पर रेलवे द्वारा विकसित किए गए गार्डन में हरियाली की जगह अब जगह-जगह गाजर घास और अन्य किस्म के पेड़ पौधे उगाए हैं। यहां पर बनी गार्डन में अब पहले जैसी बात नहीं रही। इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि गार्डन की ना तो ठीक से देखरेख होती है और ना ही कोई चीज टूट जाए तो सुधर वाई जातीहै। कई महीनो यहां की कॉलोनी में ठीक से साफ सफाई भी नहीं होती। गार्डन में झूले और फिसल पट्टी जैसी खेलने कूदने वाली चीज है टूटी-फटी पड़ी है। और कई इस तरह की हो चुकी है कि उनका उपयोग करना खतरनाक हो गया है। और वह बच्चों के लिए भी किसी काम की नहीं है। कॉलोनी वासियों ने बतलाया कि यहां पर गंदगी और गंदे पानी की निकासी ठीक से न होने के कारण मच्छरों की भी भरमार है।
रिस रही पानी की टंकियां
इस कॉलोनी में सफाई व्यवस्था की हालत तो बस से बेहतर है ही गार्डन के अंदर पानी की टंकियां भी हैं जो की लगातार रिस्ती रहती हैं। इन टंकियां से रेलवे की कॉलोनी में पानी पहुंचता है और साथ में ही रेलवे स्टेशन पर भी जलापूर्ति हो की जाती है। इन टंकियां से कई माह से पानी का रिसाब हो रहा है। जिसके कारण भी गार्डन में पानी भरा रहता है। गार्डन का आधा हिस्सा दलदल नुमा हो चुका है।
क्षतिग्रस्त हैं खेल उपकरण
रेलवे सुभाष कॉलोनी की गार्डन में बच्चों के खेलने के लिए लगाए गए झूले फसल पट्टी और अन्य खेल उपकरण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। फिसल पट्टी और झूले भी ठीक तरह से अब नहीं है। पार्क में जहां-तहां और चाहे जहां मनमानी पेड़ पौधे उग आए हैं। इस कारण से भी बच्चे यहां आने से डरते हैं।
रेलवे नहीं देता ध्यान
कॉलोनी वासियों ने बताया कि कई बार इस तरह की समस्याओं को लेकर रेल प्रशासन को अवगत कराया गया। साफ- सफाई न होने की भी समस्या से भी कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया और कॉलोनी गार्डन में सुचारू व्यवस्थाएं करने के लिए मांग की गई। लेकिन जिम्मेदारों ने कभी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
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