नई दिल्ली केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण एक फरवरी की सुबह 11 बजे संसद में बजट 2021-22 पेश करेंगी। रेल मंत्रालय ने अगले साल अपने पूंजीगत व्यय को 13 फीसदी तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही सड़कों और राजमार्ग मंत्रालय की मांग है कि परिचालन को आधुनिक बनाने और इसके आवंटन में 10 फीसदी की वृद्धि हो।
रेलवे का प्रस्ताव है कि पूंजीगत व्यय को इस साल के 1.6 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.8 लाख करोड़ रुपये तक किया जाना चाहिए। इसमें पिछले बजट के 70,000 करोड़ रुपये के सकल बजटीय सहायता के रूप में लगभग 80,000 करोड़ रुपये शामिल हैं।
निजी निवेश बढ़ाने के लिए मांगी सहायता
रेलवे ने निजी निवेश बढ़ाने और यात्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए वित्त मंत्रालय से ज्यादा बजटीय सहायता मांगी है। रेल मंत्रालय ने 15 से 20 फीसदी ज्यादा मदद का प्रस्ताव भेजा है। इसी तरह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को निधि आवंटन में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि करने के लिए कहा है, यह देखते हुए कि प्रमुख परियोजनाओं को एक्सप्रेसवे सहित लाइन में खड़ा किया गया है।
बुलेट ट्रेन पर भी होगा जोर
इतना ही नहीं, यह भी उम्मीद की जा रही है कि भारतीय रेलवे के लिए की जाने वाली घोषणाओं के केंद्र में देश का बुलेट ट्रेन नेटवर्क होगा। बता दें कि अब रेल बजट को आम बजट में ही शामिल कर दिया गया है। पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020-21 को पेश करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम कर रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved