नई दिल्ली। रेलवे ने पिछले तीन महीनों के दौरान ई-ऑक्शन की प्रक्रिया से 844 करोड़ रुपये की कमाई की है। बता दें कि बीते जून महीने में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाणिज्यिक आय और गैर-किराया राजस्व अनुबंधों से होने वाली आय को ऑनलाइन करने का फैसला लिया था। इन आयों में विज्ञापनों से होने वाली, पार्किंग स्थल, पार्सल स्थान पट्टे पर देने और भुगतान लेने और सार्वजनिक शौचालयों से होने वाली आय शामिल है।
रेलवे में इन चीजों के लिए बीडिंग प्रक्रिया ऑनलाइन होने से अब आवेदकों के लिए ई-नालामी के दौरान पंजीकरण और भागीदारी से जुड़ा कोई भौगोलिक प्रतिबंध नहीं रह गया है। रेल मंत्री ने बीते जून महीने में ई-ऑक्शन का एलान करते हुए पात्रता मानदंडों में भी ढील देने की घोषणा की थी। बोली प्रक्रिया ऑनलाइन होने के साथ, बोली दाताओं और आवेदकों पर पंजीकरण और भारतीय रेलवे में किसी भी ई-नीलामी में भागीदारी के लिए कोई भौगोलिक प्रतिबंध नहीं रहा है। साथ ही, रेलवे मंत्रालय ने पात्रता मानदंड में ढील दी है।
रेलवे की ओर से जारी बयान के मुताबिक ई-नीलामी पोर्टल ने रेलवे की कमाई में वृद्धि की है और संपत्ति के सही मूल्य की प्राप्ति में मदद की है। वाणिज्यिक संपत्तियों के लिए ई-नीलामी पोर्टल के लॉन्च होने के बाद से 68 डिवीजनों ने ई-नीलामी आयोजित की और 1,200 अनुबंध प्रदान किए गए हैं, जिसमें 8,500 संपत्तियां शामिल हैं। प्रदान किए गए अनुबंधों का कुल मूल्य 844 करोड़ रुपये है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved