इंदौर। भगोड़े भूमाफिया दिलीप सिसौदिया (Fugitive land mafia Dilip Sisodia) उर्फ दीपक जैन उर्फ मद्दे को फरार हुए सवा साल होने को आए, मगर अभी तक पुलिस (Police) तलाश नहीं कर सकी है। अब कल रात खजराना पुलिस ने मद्दा के घर और कुछ अन्य ठिकानों पर छापे डाले और नोटिस भी चस्पा किया और परिजनों से जानकारी ली। दूसरी तरफ कालिंदी गोल्ड, सेटेलाइट हिल्स और फिनिक्स महाघोटालों में फंसे चिराग शाह, चम्पू अजमेरा, हैप्पी धवन के मामले में सुप्रीम कोर्ट में प्रकरण चल रहा है, जिस पर अब अगली तारीख पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देश दिए जाएंगे।
गत वर्ष मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश पर भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया गया, खासकर गृह निर्माण संस्थाओं के फर्जीवाड़ों में लिप्त माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। कुछ तो गिरफ्तार हुए और संघवी सहित कुछ जमानत पा गए, तो दीपक मद्दा फरार हो गया। शुरुआत में पत्नी और बच्चों के साथ फरार हुए मद्दा की तलाश की गई और पिछले दिनों उसकी पत्नी और बच्चे इंदौर लौट भी आए, लेकिन मद्दा गायब है। खजराना पुलिस ने कल रात उसकी तलाश में छापे मारे और नोटिस भी चस्पा किया। दूसरी तरफ यह भी हल्ला है कि मद्दा को जल्द जमानत भी मिलने वाली है। वहीं राजनीतिक स्तर पर भी मदद की जा रही है। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने 26.11.2021 को कालिंदी गोल्ड, सैटेलाइट हिल्स और फिनिक्स में फंसे भूमाफियाओं के संबंध में 31 मार्च तक का समय भूखंड पीडि़तों के साथ सेटलमेंट के लिए दिया था। हालांकि चिराग, चम्पू, हैप्पी से लेकर कैलाश गर्ग ने 40 फीसदी भी सेटलमेंट नहीं किए और पिछले दिनों शासन-प्रशासन ने अब तक हुई कार्रवाई का लेखा-जोखा भी सुप्रीम कोर्ट के हवाले कर दिया। पिछले दिनों 20 अप्रैल तक सुप्रीम कोर्ट ने अपने पूर्व के आदेश को बढ़ा दिया था। अब इस संबंध में कल फिर सुप्रीम कोर्ट में यह केस लगा और अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर दिल्ली पहुंचे। कल सुप्रीम कोर्ट ने अपने 26.11.2021 के आदेश को ही निरंंतर जारी रखा है और इस संबंध में अगला आदेश जारी किया जाएगा। हालांकि इसकी तिथि अभी सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय नहीं की गई है।
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