इंदौर। वाणिज्य कर विभाग द्वारा एक दर्जन से अधिक गारमेंट और साड़ी व्यापारियों के ठिकानों पर छापे मारे गए और कल देर रात तक जांच-पड़ताल चलती रही और प्रथम दृष्ट्या ही जो कर अपवंचन सामने आया उसके आधार पर लगभग 60 लाख रुपए की राशि भी इन फर्मों से मौके पर ही जमा करवाई, जिसमें इंदौर की भी आधा दर्जन से अधिक फर्में शामिल है। शोरूम और गोदामों पर जो स्टॉक विभाग ने जब्त किया है उसका भी विवरण निकाला जा रहा है।
संभवत: आज यह खुलासा होगा कि कुल कितना स्टॉक इन फर्मों के पास जम है, जिस पर मय पेनल्टी कर की राशि अलग से वसूल की जाएगी। पिछले दिनों चुनाव आयोग ने पुलिस प्रशासन से लेकर सभी अन्य एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे मतदाताओं में बांटी जाने वाली सामग्रियों का भंडारण ना होने दे, जिसके चलते वाणिज्य कर विभाग ने इंदौर, ग्वालियर, रतलाम, भोपाल, छतरपुर, जबलपुर की एक दर्जन से अधिक गारमेंट फर्मों पर छापे मारे, जिसमें बड़ी मात्रा में साडिय़ों का भी स्टॉक पाया गया है।
वाणिज्य कर आयुक्त लोकेश जाटव के निर्देशन में चल रही कार्रवाई में स्टॉक का वेल्युएशन किया जा रहा है। लेजर और रिटर्न से उसकी पुष्टि करने के बाद कर अपवंचन की राशि तय होगी। इन छापों की मॉनिटरिंग कर रही वाणिज्य कर विभाग की एडिशनल कमिश्नर रजनी सिंह ने बताया कि अभी तक 60 लाख रुपए की राशि जमा भी करवा ली है।
ढाई करोड़ जीएसटी के बकाया… होटल जमीन कुर्क
सेंट्रल जीएसटी विभाग भी इसी तरह की कार्रवाई में जुटा है। कल उज्जैन की एक होटल की जमीन को कुर्क कर लिया, क्योंकि ढाई करोड़ का जीएसटी जमा नहीं हुआ है। जमीन मालिक को एक माह का समय दिया है। अन्यथा कुर्क की गई जमीन की नीलामी कर विभाग अपनी वसूली करेगा।
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