नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ओबीसी पॉलिटिक्स के जरिए बीजेपी को घेरने की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन सच्चाई कोसो दूर है. कांग्रेस ने नवरात्र के पहले दिन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. कांग्रेस ने अब तक एमपी में 144, छत्तीसगढ़ में 30 और तेलंगाना में 55 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया. लेकिन बड़ी बात यह है कि कांग्रेस ने इन तीनों राज्यों में 50 फीसदी ओबीसी उम्मीदवार भी नहीं उतारे.
राहुल ने संसद में उठाया था OBC आरक्षण का मुद्दा
राहुल गांधी और कांग्रेस लगातार ओबीसी और जातीय जनगणना की बात उठा रहे हैं. संसद में जब महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हो रही थी तब राहुल गांधी ने ओबीसी आरक्षण का मुद्दा भी उठाया था, बावजूद इसके तीन राज्यों में जारी विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची में कम से कम 50 फीसद ओबीसी को टिकट देना भी कांग्रेस के लिए संभव नहीं हो पाया.
क्या कहते हैं आंकड़े?
अब तक सिर्फ 60 ओबीसी उम्मीदवारों को ही टिकट
यानी तीनों राज्यों में कांग्रेस ने कुल 229 उम्मीदवारों का ऐलान किया, उनमें से ओबीसी उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 60 है. जो कुल उम्मीदवारों का सिर्फ 26.20 फीसदी है. राज्यवार बात करें तो अब तक घोषित उम्मीदवारों में मध्य प्रदेश में सिर्फ 27 फीसदी, छत्तीसगढ़ से 30 फीसदी और तेलंगाना से 21 फीसदी ओबीसी उम्मीदवारों को टिकट मिला है.
हम शेर के आगे बकरी तो नहीं बांध सकते- कांग्रेस
ओबीसी उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि जातीय जनगणना के आंकड़े आने पर और कानून के तहत लेवल प्लेइंग फील्ड होने पर ही यह पूरी तरह सम्भव है, फिर भी हमने काफी ईमानदार कोशिश की है. अब हम शेर के आगे बकरी तो नहीं बांध सकते. इसीलिए हम लगातार जातीय जनगणना के साथ जितनी संख्या उतना हक़ की बात कर रहे हैं, जो कानून बने और सभी उसे मानने को मजबूर हों.
किस राज्य में कितनी सीटें?
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में सिर्फ 90 और तेलंगाना में 119 सीटें है. एमपी में एक चरण में 17 नवंबर, छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. तेलंगाना में 30 नंवबर को वोटिंग होगी. सभी राज्यों के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
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