उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर के दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस को जनता से रिश्ता मजबूत करने की ताकीद की। उन्होंने कहाकि हमें बिना सोचे जनता के बीच में जाकर बैठ जाना चाहिए। जो उनकी समस्याएं हैं उनको समझना चाहिए। जनता से कांग्रेस का पहले का जो रिश्ता था उसे फिर से बनाना होगा। राहुल गांधी ने कहाकि जनता चाहती है और समझती है कि कांग्रेस ही देश में काम कर सकती है। देश को आगे ले जा सकती है। यह हमारी जिम्मेदारी है।
पसीना बहाना होगा
इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस से जुड़ा एक बड़ा ऐलान भी किया। उन्होंने कहाकि अक्टूबर में कांग्रेस यात्रा निकालेगी और जनता से रिश्ता मजबूत किया जाएगा। हमें शॉर्टकट से सफलता नहीं मिलेगी। यह काम पसीना बहाकर ही होगा। राहुल गांधी ने कहाकि क्लियर डायरेक्शन है कि हमें जनता के बीच जाना है। चाहे वो युवा हो या किसान हो या कमजोर तबका हो। एक-दो दिन नहीं बल्कि महीनों तक हमें लोगों के बीच जाकर रहना होगा।
कम्यूनिकेशन पर भी दिया जोर
राहुल गांधी ने इसके साथ ही कम्यूनिकेशन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहाकि 21वीं सदी कम्युनिकेशन की है। हमें इस स्किल को भी रिफॉर्म करना होगा। नए तरीके के साथ लोगों से बातचीत करेंगे। ज्यादा से ज्यादा युवओं से मिलें और उन्हें पार्टी से जोड़ें। बीसीसी और लीडर्स के रूप में। राहुल ने कहाकि ऐसा नहीं है कि पुराने लोगों को छोड़ दें। कमेटियों में डीसीसी, बीसीसी में बदलाव कर युवाओं व पुराने नेताओं का मिश्रण होना चाहिए। अच्छे लोगों को चुनना होगा। ये लोग ट्रेंड होने चाहिए। हमारी पार्टी में परिवार की संख्या तय करनी होगी। एक ही परिवार के पांच छह लोग पदों पर नहीं होने चाहिए।
यह मेरी व्यक्तिगत लड़ाई है
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहाकि हम परिवार हैं। यहां हर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता की बात कर रहा हूं। यह एक परिवार है। मैं आपके परिवार का हूं। मेरी लड़ाई जो आरएसएस और भाजपा की विचारधारा से है जो देश के सामने एक खतरा है। जो नफरत ये लोग फैलाते हैं, हिंसा फैलाते हैं। इसके खिलाफ मैं लड़ता हूं और लड़ना चाहता हूं। ये मेरी जिंदगी की लड़ाई है। राहुल गांधी ने कहाकि मैं इस बात को मानने को तैयार नहीं कि हमारे प्यारे देश में इतनी नफरत और इतना क्रोध व हिंसा फैल सकती है। हमारे खिलाफ बड़ी शक्तियां हैं। आरएसएस, भाजपा का संगठन। हम राजनीतिक पार्टी से नहीं लड़ रहे हैं। हम हिंदुस्तान के हर इंस्टीट्यूशन से लड़ रहे हैं। हम हिंदुस्तान के सबसे बड़े अमीरों से लड़ रहे हैं। आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह देश सच्चाई को मानता है। उन्होंने कहाकि यह देश देख रहा है। देश को समझ आ रहा है।
मैंने एक रुपया किसी ने नहीं लिया
राहुल ने कहाकि मैं आपसे कहना चाहता हूं जिंदगी भर आपके साथ खड़ा हूं और आपके साथ लड़ने जा रहा हूं। मैं इन शक्तियों से डरता नहीं हूं। मैंने अपनी जिंदगी में कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। एक रुपया किसी से नहीं लिया है। मैंने भारत माता से एक पैसा नहीं लिया है। मैं सच बोलने से नहीं डरता हूं। उन्होंनेक हाकि मैं कांग्रेस के हर कार्यकर्ता से कहना चाहता हूं। हम सब मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे। भाजपा व आरएसएस के संगठन व विचारधारा को हराकर दिखाएंगे। कभी भी हमारे सीनियर नेता व कार्यकर्ता थोड़ा डिप्रेशन में चले जाते हैं। नॉर्मल बात है। क्योंकि लड़ाई आसान नहीं है। यह लड़ाई रीजनल पार्टी नहीं लड़ सकती है क्योंकि यह विचारधारा की लड़ाई है। एक विचारधारा आरएसएस जो कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।
हमारी जिम्मेदारी कि देश में आग न लगने दें
राहुल गांधी ने इस दौरान कहाकि भाजपा भी कांग्रेस की बात करेगी, रीजनल पार्टी की बात नहीं करेगी। क्योंकि वो जानते हैं कि रीजनल पार्टी की अपनी जगह है। क्योंकि रीजनल पार्टी की विचारधारा नहीं है। यह राजनीति की लड़ाई भी नहीं है। यह देश की लड़ाई है और देश को बचाने की लड़ाई है। यह लड़ाई अभी शुरू हुई है। उन्होंने कहाकि आगे दिखेगा कि हिंदुस्तान में आग लगेगी। जितना यह लोग इंस्टीट्यूशंस का तोड़ेंगे, जितना धर्म और जातियों के बीच बातचीत को तोड़ेंगे। आग लगेगी। कांग्रेस का काम इंस्टीट्यूशंस की रक्षा करने का काम है। यह काम कांग्रेस ही करेगी। भाजपा और रीजनल पार्टी नहीं करेगी। हमनें कभी भी इंस्टीट्यूशंस को नहीं तोड़ा। राहुल ने कहाकि हमने कभी कांग्रेस के लोगों को इन संस्थाओं में नहीं डाला है। भाजपा और आरएसएस ने हर संस्थान में अपने लोगों को डाला है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम देश में आग नहीं लगने दें। जनता के बीच जाकर कहें कि आपको तोड़ा जा रहा है, लड़ाया जा रहा है।
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