नई दिल्ली। लद्दाख सीमा (Ladakh Border) पर चीनी निर्माण (Chinese Construction) को लेकर एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) को एक बार फिर आड़े हाथों लिया है।
बता दें कि लद्दाख Ladakh Border में एलएसी (LAC) के पास चीन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार को एक बार फिर घेरा है। राहुल गांधी ने कहा कि चीन भविष्य में शत्रुतापूर्ण कार्रवाई के लिए नींव बना रहा है। इसे नजरअंदाज करके सरकार भारत के साथ गद्दारी कर रही है।
इस संबंध में राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा- ‘चीन भविष्य में कार्रवाई करने के लिए नींव बना रहा है, इसकी अनदेखी कर सरकार भारत के साथ विश्वासघात कर रही है।’
China is building the foundations for hostile action in the future.
By ignoring it, the Govt is betraying India. pic.twitter.com/MNqGbLVu9W
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 10, 2022
दरअसल, अमेरिका ने चीन द्वारा लद्दाख में चीन द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर भारत को चेताया है। अमेरिका ने कहा कि लद्दाख में चीनी गतिविधियां आंख-खोलने वाली हैं और कुछ ऐसा ढांचा चीन ने तैयार किया है जो खतरे की घंटी बजाता है। एक वरिष्ठ अमेरिकी जनरल ने यह बात कही है। अमेरिकी जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने कहा कि यह चीन का “अस्थिर करने का प्रयास और संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाला व्यहवार” है।
बता दें कि राहुल गांधी से पहले अमेरिका (America) के जनरल ने लद्दाख सीमा (Ladakh Border) पर चल रही चीनी निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया था. अमेरिकी जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ( Charles A. Flynn) ने लद्दाख सीमा पर चीनी निर्माण को इसे चीन का ‘अस्थिर करने का प्रयास और संबंधों को नुकसान पहुंचाने वाला व्यहवार’ बताया था. अमेरिकी जनरल हिमालयी क्षेत्र में चीन की तरफ से निर्माण कार्य किए जाने पर बात कर रहे थे।
अमेरिकी जनरल ने कहा था कि चीन लगातार अंदर की ओर सड़क बनाना बढ़ाता जा रहा है. यह अस्थिर करने वाला और नुकसानदायक व्यहवार है। इस क्षेत्र में इससे कोई मदद नहीं मिलेगी। वहीं अब राहुल गांधी के बयान ने एक बार फिर लद्दाख में चीन के निर्माण पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिछले महीने, यह सामने आया कि चीन पूर्वी लद्दाख में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग झील के आसपास अपने कब्जे वाले क्षेत्र में एक अन्य पुल का निर्माण कर रहा है और वह ऐसा कदम इसलिए उठा रहा है ताकि सेना को इस क्षेत्र में अपने सैनिकों को जल्दी से जुटाने में मदद मिल सके। चीन भारत से लगे सीमावर्ती इलाकों में सड़कें और रिहायशी इलाके जैसे अन्य बुनियादी ढांचे भी स्थापित करता रहा है। चीन का हिंद-प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न देशों जैसे वियतनाम और जापान के साथ समुद्री सीमा विवाद है।
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