नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने कहा कि मोदी सरकार (Modi Government) ने न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस स्पाईवेयर को लोगों की आवाज दबाने का साधन बनाया है। वे बजट 2022 पर राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर लोकसभा में बुधवार को धन्यवाद प्रस्ताव पेश करने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने अपने भाषण में कई मुद्दे उठाए. राहुल के इस बयान पर देश के कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Law Minister Kiren Rijiju) ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और राहुल से माफी की मांग कर डाली. वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने भी राहुल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि न केवल भारत के कानून मंत्री के रूप में , बल्कि आम नागरिक के रूप में मैं राहुल गांधी के बयान की निंदा करता हूं; हमारे लोकतंत्र की अहम संस्थाओं पर आरोप लगाने पर राहुल गांधी को तुरंत लोगों से, न्याय पालिका और चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री इजरायल गए और जासूसी के लिए पेगासस लेकर आए. पेगासस स्पाईवेयर के जरिए संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है. इसका इस्तेमाल कर जासूसी कराई जा रही है. सरकार ने सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. राहुल गांधी को इस मुद्दे पर बोलने से रोक दिया गया, क्योंकि इस पर झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की आपत्ति ली थी. उन्होंने कहा था कि पेगासस का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, ऐसे में उस पर सदन में बहस नहीं हो सकती है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा राहुल गांधी अहंकार में ऐसे बोले
राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उन्हें बोलने का मौका सिर्फ इसलिए मिल रहा है क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं. उनमें बहुत अहंकार है जो उनसे ऐसी बात करवा रहा है. मोदी जी जहां बैठे हैं, राहुल गांधी और गांधी परिवार वाले सोचते हैं ये मेरा स्थान है. उन्होंने कहा कि राहुल बुद्धिहीन, डायरेक्शनलेस और कन्फ्यूज हैं. राहुल ने बार-बार बोला कि भारत एक देश ही नहीं है. वे चीन को सपोर्ट कर रहे थे. मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इसी व्यक्ति ने सारे कैबिनेट ने जो मिलकर निर्णय किया था उसे फाड़ दिया था. अध्यादेश को फाड़ दिया था और मोदी जी के बारे में राजा-बादशाह की बातें कर रहे हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी दी तीखी प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाए हैं कि सरकार के कारण पाकिस्तान और चीन एक साथ हो गए हैं, जबकि इतिहास के सबक इस क्रम में हैं. 1963 में पाकिस्तान ने गैरकानूनी तरीके से शक्सगाम वैली चीन को सौंप दी. इसके बाद 1970 के दशक में चीन ने पीओके के ज़रिए काराकोरम हाईवे का निर्माण किया था. वहीं 1970 के दशक से ही चीन और पाकिस्तान दोनों के बीच परमाणु सहयोग है. साल 2013 में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर की शुरुआत हुई. तो, खुद से पूछें कि क्या तब चीन और पाकिस्तान दूर थे?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved