नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों पर वॉटर कैनन से हमले एवं अन्य ज्यादतियों को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्विटर पर एक कविता पोस्ट कर किसानों को अपने हक की लड़ाई में आगे बढ़ते रहने तथा सरकार की निरंकुशता से नहीं डरने की बात कही है।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करते तथा उसे सही ठहराते हुए राहुल गांधी ने द्वारकाप्रसाद माहेश्वरी की लोकप्रिय कविता “वीर तुम बढ़े चलो” का एक संशोधित संस्करण प्रस्तुत किया है। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर लिखा, “वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो, वॉटर गन की बौछार हो, या गीदड़ भभकी हज़ार हो, तुम निडर डरो नहीं, तुम निडर डटो वहीं, वीर तुम बढ़े चलो, अन्नदाता तुम बढ़े चलो!”
इससे पहले भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर किसानों का हौसला बढ़ाया है और लोगों से उनके समर्थन में उतरने की अपील की है। बीते शनिवार को तो उन्होंने कहा था कि किसानों के विरोध से मिट्टी का कण-कण गूंज रहा है, सरकार को अन्नदाताओं की बात सुननी पड़ेगी। देशवासियों के लिए सर्वस्व लुटाने वाले किसान आज सरकार के समझ अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। ऐसे में सभी की जिम्मेदारी है कि वो सच के साथ खड़े हों।
उल्लेखनीय है कि सरकार और किसान संगठनों के बीच नये दौर की बातचीत के सब कुछ तय हो गया है। आगामी 29 दिसम्बर को सुबह 11 बजे सरकार और किसानों के बीच संवाद होना है।
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