नई दिल्ली (New Delhi) । राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विपक्ष के नेता (Leader of Opposition) को हर भारतीय के लिए सबसे मजबूत लोकतांत्रिक औजार बताया है। उन्होंने रविवार को कहा कि वह इस भूमिका में संसद (Parliament) में भारत के लोगों की आवाज उठाएंगे। लोकसभा में विपक्ष के नेता बने राहुल ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट में एक वीडियो संदेश भी शेयर किया। इसमें उन्होंने कहा, ‘विपक्ष का नेता हर भारतीय के पास सबसे मजबूत लोकतांत्रिक औजार है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपकी समस्याओं और मुद्दों को संसद में पूरी ताकत से उठाकर आपकी आवाज बुलंद करूंगा।’ मालूम हो कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद 10 साल के अंतराल के बाद भरा गया है।
वीडियो संदेश में राहुल गांधी युवाओं से बात करते नजर आ रहे हैं, जिन्होंने कहा कि नीट परीक्षा फिर से आयोजित कराना उनकी मांग है। इसके बाद विपक्ष के नेता की ओर से 28 जून को लोकसभा में इस मुद्दे को उठाने का एक और वीडियो क्लिप दिखाया गया है। इस वीडियो संदेश में राहुल गांधी की अग्निवीर अजय सिंह के परिवार के साथ मुलाकात की क्लिप भी दिखाई गई है, जो जनवरी में जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गए थे। वह वीडियो में मणिपुर में हिंसा के पीड़ितों के साथ ही अन्य लोगों से भी मुलाकात करते नजर आए।
‘अधिकारों की लड़ाई लड़ने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी’
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी को सदन में नेता प्रतिपक्ष के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दी है। लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। राहुल गांधी का नेता प्रतिपक्ष का दर्जा 9 जून, 2024 से प्रभावी रहेगा। वह इस बार लोकसभा में उत्तर प्रदेश के रायबरेली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र भेजकर कांग्रेस के इस फैसले के बारे में उन्हें अवगत कराया था कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष होंगे। राहुल गांधी ने बधाई देने वाले नेताओं का आभार जताया था और कहा कि उनके लिए यह अधिकारों की लड़ाई लड़ने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
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