नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री व अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बालहठ का परिचय देते हैं तथा सदन में बजट पर हुई चर्चा से भाग रहे हैं ।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जो सज्जन कभी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी का विकास नहीं कर पाए, वे देश के विकास के लिए पेश किए गए बजट पर किस मुंह से बोलते हैं। लोकसभा में केंद्रीय बजट पर गुरुवार को हुई चर्चा के दौरान स्मृति ईरानी ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए अपनी बात रखी।
ईरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र में नए ऊंचाहार रेलमार्ग के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल में रेलमार्ग निर्माण का वादा किया गया था। गांधी-नेहरू परिवार की चार पीढ़ियों के दौरान यह काम नहीं हो पाया। जब मोदी सरकार बनी तब रेलमार्ग के निर्माण का कार्य शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि अमेठी में सामुदायिक भवनों और शौचालयों के निर्माण का कार्य भी मोदी सरकार के कार्यकाल में ही हाथ में लिया गया।
आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आखिर किस प्रकार राहुल गांधी और नेहरु गांधी परिवार के अन्य सदस्यों ने अमेठी की उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि गांधी-नेहरू परिवार की चार पीढ़ियों ने अमेठी के लोगों से जो वायदे किए थे, उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने बजट प्रावधानों के जरिए पूरा किया है।
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर प्रहार करते हुए यहां तक कहा कि जो लोग देश को तोड़ने की बात करते हैं, उनसे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे देश को जोड़ने के लिए पेश किए गए बजट का समर्थन करें।
केंद्रीय मंत्री ने रूस के सहयोग से स्वचालित एके-47 राइफल के उत्पादन के लिए अमेठी में कारखाना खोले जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय वह अमेठी का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही थीं, बल्कि वहां के सांसद राहुल गांधी थे। यह बात साबित करती है कि मोदी सरकार दलीय आधार पर किसी क्षेत्र विशेष के साथ भेदभाव नहीं करती।
ईरानी ने नए कृषि कानूनों के संबंध में राहुल गांधी के आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ‘जमीन देती है, जमीन लेती नहीं।’ इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस शासन में अमेठी में किसानों की जमीन के अधिग्रहण की घटना का उल्लेख किया। जिसका उपयोग विकास परियोजना की बजाय व्यावसायिक उपयोग के लिए किया गया।
उन्होंने कहा कि अमेठी में जिला निर्माण के बाद सामान्य प्रशासन के ढांचे को खड़ा करने के लिए कांग्रेस सरकार के समय कोई कदम नहीं उठाया गया। राहुल गांधी अमेठी में क्लेक्टर भवन तक नहीं बनवा पाए। ऐसे में वह किस मुंह से राष्ट्र निर्माण की बात कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी संसदीय क्षेत्र से पराजित किया था। हालांकि, राहुल गांधी केरल के वायनाड सीट से लोकसभा में चुनकर आए। राहुल अपने पिता स्व. राजीव गांधी की संसदीय सीट अमेठी से तीन बार चुने गए हैं ।
गुरुवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अपना संबोधन किसान आंदोलन और कृषि कानूनों तक सीमित रखा। उन्होंने कहा कि वह बजट की बजाय केवल कृषि कानूनों और किसानों की समस्याओं पर बोलना चाहेंगे। राहुल भाषण देने के तुरंत बाद सदन से उठकर चले गए । (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved