नई दिल्ली: कर्नाटक (Karnataka) में जारी हिजाब विवाद (Hijab Controversy) खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. उडुपी जिले में तीन और कॉलेजों ने हिजाब पहनकर आईं महिला मुस्लिम छात्राओं (Muslim Girls) के एंट्री देने से इनकार कर दिया. इससे नाराज कई मुस्लिम छात्र अपने दोस्तों के सपोर्ट में धरने पर बैठ गए हैं. अब इस मसले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने टिप्पणी की है. उन्होंने कर्नाटक में कुछ मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने से जुड़े विवाद के बीच शनिवार को कहा कि हिजाब को शिक्षा के रास्ते में लाकर भारत की बेटियों के भविष्य को छीना जा रहा है.
लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने सरस्वती पूजा के अवसर पर ट्वीट किया, ‘हिजाब को शिक्षा के रास्ते में लाकर हम भारत की बेटियों के भविष्य को छीन रहे हैं. मां सरस्वती सभी को ज्ञान दें. वह भेदभाव नहीं करतीं.’ कर्नाटक के उडुपी के एक सरकारी महाविद्यालय में कुछ छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. एक अन्य घटना में कुंडापुर महाविद्यालय की हिजाब पहन कर आई मुस्लिम छात्राओं को प्राचार्य ने संस्थान के मुख्यद्वार पर ही रोक दिया.
हिजाब पहनकर आईं महिला मुस्लिम छात्राओं पर बैन
इस बीच कर्नाटक के उडुपी जिले में तीन और कॉलेजों ने हिजाब पहनकर आईं महिला मुस्लिम छात्राओं के एंट्री देने से इनकार कर दिया जिससे नाराज कई मुस्लिम छात्र अपने साथियों के सपोर्ट में धरने पर बैठ गए हैं. पिछले साल 28 दिसंबर को भी उडुपी से इस तरह का पहला मामला आया था. अब तक कुल पांच शिक्षण संस्थानों (तीन सरकारी कॉलेजों और दो निजी संस्थानों) ने हिजाब पहनने वाली छात्राओं की एंट्री पर रोक लगा दी है.
पूरे मसले के विवादित रूप लेते देख अप्रिय घटना को रोकने के लिए शुक्रवार को किसी संस्थान में पहली बार पुलिस बल भी तैनात की गई थी. महिलाओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कार्रवाई उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है. हालांकि सरकार और अधिकारियों का तर्क है कि यह नियम शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक प्रतीकों के प्रदर्शन को रोकने के लिए है. दूसरी ओर, कई हिंदू छात्र कक्षा में हिजाब पहनने वाली मुस्लिम लड़कियों का विरोध कर रहे हैं. उनकी ओर से स्थानीय छात्रों को संस्थानों में भगवा स्कार्फ पहनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
कर्नाटक हाई कोर्ट में अगले हफ्ते 8 फरवरी को सुनवाई
इस बीच हिजाब को लेकर जारी विवाद के बीच कर्नाटक सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों से पोशाक संबंधी मौजूदा नियमों का पालन करने को कहा है, जब तक कि हाई कोर्ट अगले हफ्ते इस संबंध में कोई ठोस आदेश नहीं दे देता. राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सरकार के रुख के बारे में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी सी नागेश और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ कल शुक्रवार को बैठक की है.
इस पूरे मसले पर कर्नाटक हाई कोर्ट में अगले हफ्ते 8 फरवरी को सुनवाई होगी. प्रिंसिपल नारायण शेट्टी ने कहा कि उनके पास पुलिस को बुलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था क्योंकि दो समूह (एक हिजाब की मांग कर रहे थे तो दूसरा इसका विरोध कर रहे थे) कॉलेज के बाहर जमा हो गए थे. स्थिति हाथ से निकल रही थी और मैंने पुलिस को फोन किया.
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