नई दिल्ली (New Delhi) । कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) की तरफ से कारोबारी गौतम अडानी (businessman gautam adani) पर बनाए गए वीडियो (Video) पर कम व्यूअरशिप से पार्टी चिंता में है। खबर है कि कांग्रेस ने इस संबंध में वीडियो होस्टिंग प्लेटफॉर्म YouTube को पत्र भी लिखा है। पार्टी ने संदेह जाहिर किया है कि वीडियो के व्यूज को दबाया गया है। कहा जा रहा है कि इस मामले में यूट्यूब ने भी जांच करने की बात कही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने उठाया है। उन्होंने 11 मार्च को यूट्यूब सीईओ नील मोहन को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था, ‘राहुल गांधी ने भारत की संसद और खास अपने यूट्यूब चैनल के जरिए सत्तारूढ़ सरकार के साथ कारोबारी गौतम अडानी की दोस्ती का मुद्दा उठाया था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘उनकी टीम ने पाया है कि इन वीडियोज पर व्यूज आमतौर पर अन्य वीडियोज के मुकाबले कम हैं।’ उन्होंने कहा है कि राहुल की सोशल मीडिया टीम ने अडानी के वीडियोज पर व्यूअरशिप दबाने की बात दिखाने के लिए यूट्यूब के ही डेटा और एनालिटिक्स का इस्तेमाल किया है। खबर है कि पित्रोदा पार्टी के डेटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट की तरफ से तैयार एक प्रेजेंटेशन भी भेजी है।
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया है कि मोहन ने पित्रोदा से कहा है कि कांग्रेस के दावों की ‘टीम जांच कर रही है।’ सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पित्रोदा और कांग्रेस के डेटा एनालिटिक्स डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती ने यूट्यूब के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चाएं की हैं।
पार्टी ने इसे ‘एल्गोरिद्मिक सप्रेशन’ का मामला बताया है। साथ ही कांग्रेस ने प्रेजेंटेशन में कहा कि अधिकांश लोग यूट्यूब के ब्राउज फीचर के जरिए वीडियोज देखते हैं, जहां यूट्यूब होमपेज वीडियोज और सजेस्टेड वीडियोज दिखाता है। पार्टी का कहना है कि राहुल गांधी के चैनल पर ब्राउज फीचर 9 फरवरी से ही धीमी है। उन्होंने कहा, ‘यूट्यूब एल्गोरिदम ने राहुल गांधी के वीडियोज के लिए ब्राउज फीचर को दबा दिया है।’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved