नई दिल्ली (New Dehli)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma)ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)के बाद गिरफ्तार (Arrested)किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर हम अभी ऐसा करते हैं, तो इसका राजनीतिकरण किया जाएगा। सरमा ने शिवसागर जिले के नजीरा में एक कार्यक्रम से इतर कहा कि हमने एक प्राथमिकी दर्ज कर ली है। एक विशेष जांच दल तफ्तीश करेगा और उन्हें (राहुल को) लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चुनाव में जीत करने जा रहे हैं। हम सिर्फ अपने राज्य में शांति चाहते हैं।
असम पुलिस ने कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मंगलवार को यहां हिंसा भड़काने के आरोप में राहुल गांधी और पार्टी के अन्य कई नेताओं के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी।
मीडिया का ध्यान खींचने के लिए हंगामा
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि गांधी को असम से लगाव नहीं है, बल्कि उन्होंने मीडिया का ध्यान खींचने के लिए वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान में प्रवेश करने के लिए हंगामा किया। सरमा ने कहा, अगर उनके मन में असम के महापुरुषों के प्रति इतना सम्मान है, तो उन्हें प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका के स्मारक या गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर और पवित्र पोआ मक्का (मुसलमानों के लिए तीर्थस्थल) या हाजो में हयग्रीव मंदिर की यात्रा करनी चाहिए थी, जहां उन्होंने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
निम्न स्तर की राजनीति
सरमा ने कहा कि राहुल बारपेटा में रात विश्राम के लिए रुके थे और वहां सत्र (वैष्णव मठ) की यात्रा कर सकते थे। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने इनमें से किसी भी जगह का दौरा नहीं किया लेकिन वह निम्न स्तर की राजनीति करना चाहती थी। हालांकि, उन्हें याद रखना चाहिए कि इस तरह की रणनीति से वह कभी सफल नहीं होंगे।
ड्यूटी के दौरान लोकसेवकों पर हमला हुआ
यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने पर सरमा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, वे नगांव से बारपेटा कैसे पहुंचे? बात बस इतनी है कि उन्हें एक खास सड़क नहीं बल्कि दूसरी सड़क से जाने के लिए कहा गया। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात लोक सेवकों पर हमला करते हुए हिंसक व्यवहार किया।
सोशल मीडिया पर भी निशाना साधा
सरमा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कई पोस्ट में भी राहुल पर निशाना साधा। राहुल द्वारा गमोचा (असमिया गमछा) को लेकर टिप्पणी पर हिमंत ने कहा कि यह असम के स्वाभिमान का प्रतीक हैं। असम के सबसे बड़े उत्सव बिहु में इसे अतिथि के सम्मान के लिए, भगवान के आसन के लिए और उत्सव तथा अन्य समारोह पर पहनने के लिए प्रयोग किया जाता हैं। एक अन्य पोस्ट में, सरमा ने चाय बनाने के लिए स्टोव जलाने के लिए कोयला डालने के बारे में राहुल की टिप्पणी का भी जिक्र किया। सरमा ने कहा, चूल्हे पर कोयला? आपने चूल्हे में कोयला डाल दिया और हमें भ्रमित कर दिया। सरमा ने यह भी कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए उकसाने के बाद, राहुल गांधी चुपचाप अपनी शानदार बस से बाहर आए और एक छोटी कार में शहर से अपने अगले गंतव्य हाजो की ओर चले गए।
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