नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच सीमा (border) पर तनाव बढ़ता नजर आ रहा है. पाकिस्तान की सेना ने लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर अपनी तरफ जवानों की संख्या और तादाद बढ़ा दी है. पाकिस्तान ने अपने जवानों को बंकर (Bunker) के अंदर रह कर ही निगरानी (Supervision) करने का आदेश दिया है. पाकिस्तान को LoC के साथ-साथ इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी डर सता रहा है, पाकिस्तानी आर्मी की 10 कोर का हेडक्वार्टर रावलपिंडी में है, उसे भी पाकिस्तानी आर्मी चीफ़ ने अलर्ट रहने के लिए कहा है. इंटरनेशनल बॉर्डर के ठीक सामने सियालकोट की डिवीज़न को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है, जिसका हेडक्वाटर गुजरांवाला में है, तो क्या पाकिस्तान को डर है कि जल्द ही अब भारत कुछ करने वाला है?
सवाल यही है कि क्या होने वाला है. रूसी मीडिया ने भी गुरुवार को दावा किया है कि कुछ बड़ा होने वाला है, लेकिन बड़ा क्या होगा? भारत के पास क्या-क्या विकल्प मौजूद हैं. हम आपको ऐसे तीन संभावित विकल्पों के बारे में बताएंगे. पहला विकल्प- आतंक के ठिकानों पर मिसाइल अटैक. पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर पर मिसाइल अटैक हो सकता है. दूसरा विकल्प- पाकिस्तान का मुरीदके, जहां हाफिज सईद का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय है और भारत के खिलाफ आतंकी साजिशों की स्क्रिप्ट लिखी जाती है. लश्कर-ए-तैयबा के हेड-क्वार्टर पर मिसाइल अटैक संभव है. तीसरा ऑप्शन- पीओके में एक्टिव टेरर कैंपों और लॉचिंग पैड को निशाना बनाया जा सकता हैं, मिसाइल अटैक के लिए ब्रह्मोस और पृथ्वी मिसाइल का इस्तेमाल हो सकता है. मिसाइल अटैक के लिए राफेल का इस्तेमाल किया जा सकता है.
सेंट्रल सेक्टर में वायुसेना ने शुरू किया युद्धाभ्यास
उधर, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने सेंट्रल सेक्टर में ‘Exercise Aakraman’ (आक्रमण) शुरू कर दिया है. ये युद्धाभ्यास बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है. इसमें भारतीय वायुसेना के मुख्य फाइटर जेट बेड़े- खासतौर पर राफेल और सुखोई-30 एमकेआई शामिल हैं. भारतीय वायुसेना के पास 2 राफेल स्क्वाड्रन हैं, जो अंबाला (पंजाब) और हाशिमारा (पश्चिम बंगाल) में तैनात हैं. इन अत्याधुनिक जेट्स की मदद से पायलट ग्राउंड अटैक और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैसे जटिल अभियानों का अभ्यास कर रहे हैं. डिफेंस सूत्रों के मुताबिक वायुसेना ने पूर्वी सेक्टर से भी कई संसाधनों को सेंट्रल सेक्टर में शिफ्ट किया है ताकि विभिन्न भूभागों जैसे मैदान और पहाड़ों में लड़ाई के लिए रियल-टाइम अभ्यास हो सके.
पीएम मोदी ने दिया बड़ा मैसेज
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने यूं ही आतंक को पालने वाले पाकिस्तान को ये कहकर खबरदार नहीं किया कि पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को कल्पना से भी ज्यादा बड़ी सजा मिलेगी. पीएम मोदी ने जो कहा उसका एक्शन जमीन पर दिखने भी लगा है. बुधवार रात पाकिस्तान पर 5 कूटनीतिक प्रहार का फैसला लेने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की गुरुवार को आतंकवाद को दी गई चुनौती के साथ ही तय हो गया कि अब बड़ा कदम उठाने की तैयारी शुरू हो चुकी है, क्योंकि घबराया पाकिस्तान जब मिसाइल टेस्ट करने वाला था, उससे पहले ही भारत की नौसेना ने गुरुवार दोपहर में INS सूरत से मिसाइल टेस्ट अरब सागर में किया है.
आज श्रीनगर जाएंगे सेना प्रमुख
गुरुवार (24 अप्रैल) को ही 20 देशों के राजनयिकों को विदेश मंत्रालय बुलाकर पाकिस्तान के आतंक की जानकारी दे दी गई है. गुरुवार को तय हुआ कि शुक्रवार (25 अप्रैल) को सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर जा रहे हैं और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आर्मी इंटेलिजेंस ने टेरर लॉन्च पैड को चिह्नित कर लिया है, तो क्या कूटनीतिक वॉर के बाद अब सैन्य प्रहार को लेकर खबरदार किया जा रहा है, जिसकी गवाही प्रधानमंत्री के बयान में मिलती है. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि आतंकियों ने जितना सोचा होगा उससे ज्यादा बड़ी सजा मिलेगी.
‘आतंक की बची-खुची जमीन मिट्टी में मिलने का वक्त’
भारतीय नौसेना ने दुश्मन की मिसाइलों के लिए काल कहे जाने वाले ins सूरत युद्धपोत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल टेस्ट किया. अरब सागर में एक समुद्री सतह के पास उड़ने वाले लक्ष्य पर 70 किलोमीटर इंटरसेप्शन रेंज वाली मीडियम रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल का सफल परीक्षण करके भारत ने बताना शुरू कर दिया कि पाकिस्तान के लिए मुश्किल की घड़ी आ चुकी है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आतंक की बची-खुची जमीन मिट्टी में मिलना का वक्त आ गया है. प्रधानमंत्री मोदी के इसी बयान के बाद खबर आती है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बचे हुए आतंकी लॉन्च पैड और कैंप को चिन्हित कर लिया है, तो क्या आतंक के इन्हीं अड्डों पर अब अगला प्रहार हो सकता है? क्योंकि प्रधानमंत्री ने साफ साफ कह दिया है कि हमला भारत की आत्मा पर हुआ है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved