नई दिल्ली: फ्रांस से हुई रफाल लड़ाकू विमानों की डील (Rafale Fighter Jets Deal) में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर पलटवार किया है. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस ने डील के लिए 40 प्रतिशत कमीशन खाया.
राफेल डील में 65 करोड़ की घूस
बता दें कि फ्रांस के पोर्टल मीडियापार्ट ने दावा किया था कि फ्रांसीसी विमान निर्माता डसॉल्ट ने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों की बिक्री को सुरक्षित करने के लिए एक बिचौलिए को 7.5 मिलियन यूरो यानी करीब 65 करोड़ रुपये का कमीशन दिया था. वहीं, भारतीय एजेंसियों ने डॉक्युमेंट्स होने के बावजूद इसकी जांच शुरू नहीं की. रिपोर्ट के अनुसार, इस कथित भुगतान का बड़ा हिस्सा 2013 से पहले किया गया था.
रफाल डील में हुआ घोटाला: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये देश का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है. यूपीएस सरकार से ज्यादा दाम पर ये रफाल लड़ाकू विमान क्यों खरीदा गया? इस विमान में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बगैर ये डील क्यों हुई? 126 विमानों की संख्या घटाकर 36 क्यों की गई? हमने ये डील टेंडर के जरिए किया, जबकि मोदीजी ने डील खुद किया. खुद हस्तक्षेप कर इस क्लॉज को हटाया. साल 2015 में रफाल की प्राइस डिटेल्स कैसे सुषेण गुप्ता ने डिसॉल्ट को दी, जबकि ये अति गोपनीय था.’
INC का मतलब I need Commission
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यूपीए के दौर में हर डील के अंदर डील था. 65 करोड़ से ये परिवार संतुष्ट नहीं था और चाहिए था. इसलिए ये डील नहीं हो पाया. दस जनपथ भ्रष्टाचार का ठिकाना है. घोटाले एक नहीं कई हजार हो गए हैं और रिश्वत के आंकड़े कई करोड़ पार हो गए हैं.’
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