मुंबई। भारत (India) के साथ युद्धाभ्यास (maneuver) के लिए ब्रिटिश रायल नेवी (British Royal Navy) का विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ (aircraft carrier HMS Queen Elizabeth) मुंबई (Mumbai) के समुद्र (sea) में पहुंच चुका है। इसके पहुंचने के बाद सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई है। वहीं इस युद्धाभ्यास को लेकर ब्रिटिश विदेश सचिव लिज ट्रस (British Foreign Secretary Liz Truss) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि इस युद्धाभ्यास से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में झुकाव को दर्शाता है।
मुंबई पहुंचीं ब्रिटिश विदेश सचिव ने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य ब्रिटेन की हिंद-प्रशांत रणनीति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ मजबूत सुरक्षा और रक्षा संबंध बनाना है। ट्रस ने कहा कि ब्रिटेन और भारत के बीच घनिष्ठ रक्षा और सुरक्षा साझेदारी गहरे आर्थिक संबंधों को मजबूत करती है और दोनों देशों के साथ-साथ व्यापक क्षेत्र को भी सुरक्षित बनाती है।
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए उठाने होंगे कठोर कदम: ब्रिटिश विदेश सचिव
ब्रिटिश विदेश सचिव ने कहा कि हमें अपने समुद्री और व्यापार मार्गों की रक्षा करने और ताकत की स्थिति की संचालन करने की आवश्यकता है। अपने हितों की रक्षा करने और अनुचित प्रथाओं को चुनौती देने के लिए और भी कठोर कदम उठाने होंगे। भारत में कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का आगमन यूके के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में झुकाव का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत और यूके के बीच पहली ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज
बता दें कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई उच्च स्तरीय दौरे और अभ्यास इस समय किए जा रहे हैं। ब्रिटिश सीडीएस, सेना और नौसेना प्रमुख भारत में हैं और ब्रिटिश सेना अलग-अलग जगहों पर अभ्यास कर रही है। अभ्यास कोंकण शक्ति भारत और यूके के बीच पहली ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज है।
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