नई दिल्ली । आज से जापान (Japan) में मालाबार एक्सरसाइज 2022 (Malabar Exercise 2022) का आगाज होने जा रहा है. समंदर में चीन (China) की आक्रामकता के खिलाफ क्वाड के चार देश युद्धाभ्यास करेंगे. इसमें भारत (India), अमेरिका (America), जापान (Japan) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) की नौसेनाएं (Navies) शामिल हैं. मालाबार एक्सरसाइज 8 नवंबर यानी आज से जापान के योकोसुका बंदरगाह से सटे समंदर में 18 नवंबर तक आयोजित की जाएगी.
बता दें, मालाबार एक्सरसाइज को 30 साल पूरे हो चुके हैं. 1992 में भारत और अमेरिका की नौसेनाओं के बीच शुरू हुई इस एक्सरसाइज में बाद में जापान और साल 2020 से ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने भी शिरकत करना शुरू कर दिया था. इस साल मालाबार एक्सरसाइज में भारत की तरफ से आईएनएस शिवालिक और आईएनएस कार्मोता (INS Shivalik and INS Karmota) युद्धपोतों के अलावा P-8I टोही विमान भी हिस्सा ले रहा है.
चीन को एक आंख नहीं सुहाता युद्धाभ्यास
चीन को यह युद्धाभ्यास एक आंख नहीं सुहाता है. जापान और ऑस्ट्रेलिया के इस एक्सरसाइज में जुड़ने के बाद से चीन हमेशा से ही नाखुश रहा है. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने एक-दूसरे की हितों की रक्षा के लिए क्वाड संगठन बना रखा है. यही वजह है कि इस साल होने वाली मालाबार एक्सरसाइज बेहद अहम होने जा रही है. खास बात ये है कि इस एक्सरसाइज के उद्घाटन समारोह में चारों मित्र-देशों की नौसेनाओं के प्रमुख मौजूद रहेंगे.
चीन की बढ़ती नौसैनिक शक्ति के खिलाफ
भारत अपनी बहु-भूमिका वाले स्टील्थ फ्रिगेट INS शिवालिक, पनडुब्बी रोधी कार्वेट INS कमोर्टा और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान P-8I को तैनात करेगा. ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका ‘क्वाड’ के अन्य सदस्य हैं. चार देशों के इन संयुक्त अभ्यासों को हिंद-प्रशांत में चीन की बढ़ती नौसैनिक शक्ति के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच के रूप में देखा जा रहा है.
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