नई दिल्ली। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का चतुर्गुट (QUAD) किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि किसी के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि क्वाड का एजेंडा सकारात्मक है यह किसी के खिलाफ केंद्रित नहीं है।
विदेश सचिव ने क्वाड शिखर वार्ता में हुए विचार-विमर्श का विवरण मीडिया को देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया है कि क्वाड दुनिया की भलाई के लिए है। यह भारत के वसुधैव कुटुंबकम के विचार का विस्तार है।
शिखर वार्ता के मुख्य नतीजों के बारे में श्रृंगला ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने, उसका उत्पादन करने और वितरण के लिए सदस्य देश अपनी क्षमता और संसाधन को एकजुट करेंगे। लक्ष्य यह है कि भारत में अगले वर्ष 2022 तक एक अरब वैक्सीन निर्मित (Production) करने की क्षमता विकसित हो सके। इस समय भारत में इसकी इस तुलना में बहुत कम उत्पादन क्षमता है।
विदेश सचिव ने कहा कि शिखर वार्ता के दौरान तीन कार्य दल गठित करने का फैसला किया गया। यह कार्य दल ‘वैक्सीन पहल’, अति महत्वपूर्ण एवं अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन से संबंधित हैं।
वैक्सीन पहल के तहत अमेरिका में वैक्सीन विकसित होगी, भारत में उत्पादन होगा, अमेरिका और जापान आर्थिक संसाधन मुहैया कराएंगे तथा ऑस्ट्रेलिया वैक्सीन (Vaccine) के वितरण में विभिन्न देशों को मदद करेगा।
विदेश सचिव ने कहा कि इस वर्ष एक और क्वाड शिखर वार्ता हो सकती है। इसमें चारों देशों के नेता एक साथ आमने-सामने बैठ कर बात करेंगे। शिखर वार्ता किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय आयोजन के साथ हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि जून माह में लंदन में जी7 (G7) शिखर वार्ता होनी है। इस शिखर वार्ता में 7 सदस्य देशों के अलावा मेजबान देश ब्रिटेन ने भारत और ऑस्ट्रेलिया को भी निमंत्रण भेजा है। इस प्रकार क्वाड के चारों देशों के नेता जी 7 की बैठक के दौरान लंदन में मौजूद रहेंगे और मुख्य शिखर वार्ता से अलग हटकर क्वाड शिखर वार्ता कर सकते है।
विदेश सचिव से पूछा गया कि क्या शिखर वार्ता में पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में चीन (China) की आक्रामक गतिविधियों के बारे में चर्चा हुई। इस पर विदेश सचिव ने कहा कि नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। सभी नेताओं की राय एक जैसी थी। इस संबंध में उन्होंने कोई खुलासा करने की बजाय केवल इतना कहा कि बातचीत गोपनीय है। (एजेंसी, हि.स.)
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