नई दिल्ली। कोरोना टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए पहली डोज के बाद अस्थायी प्रमाण पत्र का नियम लागू करने के एक दिन बाद गुरुवार को देश भर के 8 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों तक पहुंच चुका है। को-विन वेबसाइट के जरिए इस प्रमाण पत्र को भेजा गया है। जो पूरी तरह से क्यू आर कोड से लैस है।
इस प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो और कोरोना वायरस के लिए दिया गया। उनका मूल मंत्र ‘दवाई भी और कड़ाई भी’ है। क्यूआर कोड वाले इस प्रमाण पत्र को 28 दिन के लिए अनिवार्य किया गया है। इसके बाद दूसरी डोज देने के बाद इसकी जगह दूसरा प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा जिसमें लाभार्थी का फोटो भी होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते 20 जनवरी तक देश में से अधिक कर्मचारियों को टीका लगाया जा चुका है। बीते बुधवार को ही अस्थाई प्रमाण पत्र जारी करने का फैसला लिया गया था जिसके बाद को-विन वेबसाइट के जरिए सभी लोगों के फोन पर अस्थाई प्रमाण पत्र भेज दिया है।
टीका लगने के बाद अगर किसी को कोई दिक्कत होती है तो उसे कहां संपर्क करना है। इसके बारे में भी लिखा गया है। अस्थायी प्रमाण पत्र में टीका लाभार्थी के पहचान पत्र की जानकारी, टीका लगाने वाले डॉक्टर और केंद्र के बारे में भी जानकारी दी जा रही है, ताकि जरूरत पड़ने पर प्रमाण पत्र के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव डॉ मनोहर अदनानी ने बताया कि अभी तक दो डोज लगने के बाद ही प्रमाण पत्र जारी करने की योजना थी, लेकिन पिछले कुछ दिन के टीकाकरण से अनुभव मिला है कि अस्थायी प्रमाण पत्र देना भी जरूरी है। इसीलिए यह सेवा शुरू की गई है। क्यूआर कोड के जरिए लाभार्थी की सभी जानकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रखने का प्रयास किया गया है। टीके के अस्थायी प्रमाण पत्र को हासिल करने वाले कई स्वास्थ्य कर्मियों ने सोशल मीडिया पर इसे पोस्ट भी किया। इसके बाद तमाम तरह की टिप्पणियां भी आने लगी स्थायी प्रमाण पत्र पर नीचे की ओर पीएम के फोटो को लेकर इसे टीकाकरण का स्थायी प्रमाण पत्र कम बल्कि राजनीतिक पार्टी की विवरणिका जैसा ज्यादा प्रतीत होने की चर्चाएं होने लगीं। जबकि इससे पहले दो डोज लेने के बाद जो प्रमाण पत्र देने का तय हुआ था उसमें पीएम मोदी का फोटो नहीं था।