नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के कट्टर विरोधी और विपक्षी नेता (staunch opponent and opposition leader) एलेक्सी नवलनी (Alexei Navalny) के जेल में मरने की खबर है. वह लंबे समय से जेल में थे. कहा जा रहा है कि यमालो-नेनेट्स की जेल में उनकी मौत हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, यमालो-नेनेट्स ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट प्रशासन ने आधिकारिक बयान में बताया कि शुक्रवार को जेल में चहलकदमी के बाद नवलनी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था. उन्होंने तबियत ठीक नहीं होने की जानकारी दी थी, जिसके बाद वे बेहोश हो गए थे. इसके बाद मेडिकल स्टाफ को बुलाया गया, लेकिन वह होश में नहीं आ पाए. हालांकि, अभी उनकी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है.
एलेक्स को लेकर कई बार अफवाहें भी सामने आती रही हैं. इससे पहले 2020 में उन्हें साइबेरिया में जहर देकर मारने की भी खबर सामने आई थी. हालांकि, रूसी सरकार ने उन्हें मारने की कोशिशों से इनकार किया था. सरकार का कहा था कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उन्हें नर्व एजेंट से जहर दिया गया था. इसके बाद जेल से उनके गायब होने की भी अफवाह उड़ी थी.
जनवरी 2021 में रूस लौटने पर नवलनी को 2013 में उनके खिलाफ लाए गए धोखाधड़ी के एक मामले में तुरंत जेल में डाल दिया गया था, जिसे उन्होंने राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था. उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के खिलाफ जेल से भी अभियान चलाया था और युद्ध के लिए सार्वजनिक विरोध को संगठित करने का भी प्रयास किया.
सीएनएन के अनुसार, जब अगस्त में नवलनी को अधिकतम पीनल कॉलोनी में 19 साल की सजा सुनाई गई तो उन्होंने कहा था कि वर्षों की संख्या मायने नहीं रखती. नवलनी पर 2017 में जानलेवा हमला हुआ था. हमले में उनकी आंख में गंभीर चोटें आईं. साल 2018 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा होने की कोशिश की लेकिन धोखाधड़ी के आरोप के चलते वे ऐसा न कर सके. एलेक्सी ने इसे सरकार की साजिश बताया था. जुलाई 2019 में उन्हें 30 दिन की जेल हुई थी क्योंकि उन्होंने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. उस वक्त जेल में उनकी तबीय बिगड़ गई और यह भी कहा गया कि जेल में उन्हें जहर देने की कोशिश की गई थी.
एलेक्सी नवलनी ने रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कैंपेन चलाए. इस दौरान वे कई बार जेल भी गए. 2011 में उन्होंने पुतिन की पार्टी के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था. उनका आरोप था कि पुतिन की पार्टी ने संसदीय चुनाव में धांधली की थी. इस आरोप के बाद उन्हें 15 दिनों के लिए जेल में डाल दिया गया. साल 2013 में भी वे जेल जा चुके हैं. उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. हालांकि नवलनी ने कहा कि सरकार उन्हें जानबूझ कर फंसा रही है.
नवलनी लंबे समय से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कड़े आलोचक रहे हैं. नवलनी ने अतीत में संविधान संशोधन का विरोध किया था और इसे संविधान का उल्लंघन बताया था. नवलनी के समर्थक उन्हें रूस के भावी नेता के रूप में देखते हैं. समर्थक कहते हैं कि वो एक दिन जेल से छूटेंगे और अपने देश का नेतृत्व करेंगे. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि नवलनी को रूस के अंदर कितना समर्थन हासिल है. अधिकारी नवलनी और उनके समर्थकों को सीआईए खुफिया एजेंसी से जुड़े चरमपंथियों के रूप में देखते हैं. अधिकारियों का कहना है कि वे रूस को अस्थिर करना चाहते हैं. सरकार ने उनके आंदोलन को गैरकानूनी घोषित कर दिया है, जिससे उनके कई समर्थक विदेश भागने को मजबूर हो गए हैं.
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