नई दिल्ली । द गार्जियन (The Guardian) के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) दूसरे विश्व युद्ध (World War-2) के महान सबक को भूल गए (Forgot a Great Lesson) कि सबसे अच्छे सोवियत सैनिक (Best Soviet Soldiers) यूक्रेनी (Ukrainians) थे।
यूक्रेनी अधिकारियों ने खुद पुतिन के तेजी से बढ़ते अड़ियल व्यवहार की ओर इशारा किया है। आक्रमण से पहले बोलते हुए, यूक्रेन के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति एक अस्थिर वास्तविकता में रहते हैं।
द गार्जियन के मुताबिक, अधिकारी ने कहा, “पुतिन सोचते हैं कि यूक्रेन की सरकार भ्रष्ट, पश्चिमी और अविश्वसनीय रूप से रसोफोबिक है।”
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, “वह समझते हैं कि यूक्रेनी लोग, इसके विपरीत, रूस और हस्तक्षेप का स्वागत करेंगे। वह हमें ग्रामीण रूसी मानते हैं। पुतिन की जासूसी एजेंसियों ने उन्हें वही बताया, जो वह सुनना चाहते थे। अधिकारी ने आगे कहा, “हम हमेशा रूसियों को अच्छा समझते हैं, जितना वे हमें समझते हैं।”
रिपोर्ट में कहा गया है, यह जानना असंभव है कि क्या पुतिन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के भीतर युद्ध में जाने के निर्णय पर नाखुशी बढ़ रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले हफ्ते आक्रमण की पूर्व संध्या पर इसके सभी सदस्यों ने अलगाववादी डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक को स्वतंत्र के रूप में मान्यता देने की पुतिन की योजना पर हस्ताक्षर किए, एक ऐसा कार्य जिसने सैन्य कार्रवाई करने पर मजबूर किया।
पश्चिमी रक्षा अनुलग्नकों ने दावा किया है कि पुतिन के सबसे वरिष्ठ कमांडर और रूस के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव ने राष्ट्रपति को चेतावनी दी थी कि यूक्रेन पर सीधा हमला नहीं हो सकता है, और यह साबित हुआ है। हालांकि, रूस के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व ऑपरेशन के पीछे मजबूती से खड़े हैं।
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