भोपाल। मप्र कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा का विवादों से गहरा नाता है। पत्नी से मारपीट के अलावा भी उन पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन अपनी पद और प्रतिष्ठा के चलते वे कभी कानून के शिकंजे में नहीं फंसे। पिछले दिनों हनी ट्रेप की जांच के लिए बने एसआईटी का चीफ बनने के लिए उन्होंने तब के डीजीपी वीके सिंह के खिलाफ पत्रकार वार्ता तक कर डाली थी। उस समय मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शर्मा को लूप लाईन कर दिया था। शर्मा के खिलाफ ईओडब्ल्यू में दो गंभीर जांच लंबित हैं। रविवार को पत्नी से मारपीट के बाद शर्मा का कहना है कि वे पत्नी से परेशान हो चुके हैं और अब उसके साथ नहीं रहना चाहते। पुरुषोत्तम शर्मा का पत्नी प्रिया शर्मा से 2008 से झगड़ा चल रहा है। प्रिया शर्मा ने ग्वालियर में पति के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया जाता है कि शर्मा ने ग्वालियर और डबरा में परिजनों के नाम निवेश कर रखा है। पिछले दिनों डबरा में लगाई गई शुगर मिल के मामले में उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति के लापता हो जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पुरुषोत्तम शर्मा को संदिग्ध मानकर जांच के आदेश भी दिए थे। शर्मा पर यह आरोप भी है कि प्रदेश में इंटेलीजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की स्टेडी के लिए भारत सरकार से 5 करोड़ रुपए मिले थे जिसे दो फर्जी कंपनियों के नाम से निकाल लिए गए और आज तक स्टेडी नहीं हुई। ईओडब्ल्यू में प्रशासनिक दबाव के बाद यह जांच फाईल कर दी गई थी। शर्मा की बेनामी संपत्ति के मामले में भी ईओडब्ल्यू में शिकायतें लंबित बताई गई हैं।
बेटे का संदेश
पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे पार्थ गौतम शर्मा 2014 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। रविवार को मां के साथ हुई मारपीट के साथ उन्होंने प्रदेश के आला अधिकारियों को वाट्सऐप पर दो वीडियो, अपनी मां के घायल अवस्था के कुछ फोटो और एक संदेश भेजा। इस संदेश में पार्थ ने लिखा….मैं पार्थ शर्मा गौतम आईआरएस 14 बैच का हूं। पुरुषोत्तम शर्मा आईपीएस 1986 बैच का बेटा हूं। मेरे परिवार में मेरे माता-पिता के बीच होने वाले मारपीट की जानकारी आपको बताना जरूरी है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मेरी मां को सहायता प्रदान करें क्योंकि वह आज शारीरिक शोषण का शिकार हुई है। संदेश के साथ वीडियो शेयर कर रहा हूं और अनुरोध करता हूं कि मां की आवश्यक सहायता करेंगे।
विवाद दर विवाद
पुरुषोत्तम शर्मा पिछले साल उस समय विवादों में आए जब उन्होंने डीजीपी की अनुमति लिए बगैर दिल्ली में अपने किसी परिचित का फ्लैट अपने ही विभाग के लिए किराए पर ले लिया। जब इसकी शिकायत हुई तो शर्मा ने तत्कालीन डीजीपी वीके सिंह के खिलाफ पत्रकार वार्ता कर डाली। शर्मा किसी तरह मप्र के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की जांच हथियाना चाहते थे लेकिन डीजीपी से विवाद के बाद कमलनाथ ने उन्हें संचालक अभियोजन बना दिया था।
गृहमंत्री का बयान
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने दोनों वीडियो देखे हैं। इस संबंध में यदि लिखित शिकायत आएगी तो नियमानुसार एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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