चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव (punjab assembly elections) की तारीखों की घोषणा होने के बाद से नेताओं का दलबदल होने का काम भी शुरू हो गया है। हर पार्टी चाहती है कि टिकट उसे दिया जा जो पार्टी को जीत दिला सके चाहे वे कैसा भी हो। एक तरफ जहां सत्ताधारी कांग्रेस अपने नेताओं को एकजुट करने में लगी हई तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपने मिशन पंजाब को आगे बढ़ाने पर काम कर रही है।
बता दें कि हाल ही में पंजाब के चार बड़े नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। दो बार के पूर्व विधायक और बिजनेस अरविंद खन्ना बीजेपी में शामिल हुए हैं। इसके अलावा अकाली दल के नेता गुरदीप सिंह दोशा ने भी भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जैसे ही पंजाब (Punjab) में धमाकेदार तरीके से एंट्री मारी तो राज्य में अब हर कोई बीजेपी (BJP) के टिकट से विधान सभा चुनाव (Assembly Election) लड़ने के लिए पार्टी से उम्मीद लगाने लगा है। किसान आंदोलन (Farmers Protest) के चरम पर बीजेपी (BJP) के साथ अपना नाम जोड़ने से बचने वाले भी अब अपने आपको पार्टी का वफादार सिपाही बताने में लगे हैं।
बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान जब पंजाब में भारतीय जनता पार्टी का विरोध चरम पर था, उस वक्त हर शख्स पार्टी के साथ जुड़ने से बच रहा था ताकि उन्हें किसानों का विरोध नहीं झेलना पड़े, लेकिन वक्त ने ऐसी बाजी मारी कि जैसे ही पीएम ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की तो बीजेपी के नाम से छुपने वाले उनकी ही पार्टी के लोग अब टिकट मांग रहे हैं। वहीं इस बार पंजाब की 117 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए 4,028 लोगों ने बीजेपी को आवेदन दिया है और अपने आपको प्रबल उम्मीदवार साबित करने की कोशिशों में लगे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी को 117 विधान सभा सीटों के लिए केवल 1620 लोगों ने आवदेन दिए हैं। बीजेपी अभी तक इस मामले में सबसे ऊपर है। इतनी संख्या में टिकट के लिए आवेदन देखकर पार्टी के बड़े नेता भी काफी हैरान हैं। पार्टी के नेताओं ने कभी सोचा भी नहीं था कि पंजाब में किसानों के विरोध के बावजूद इतने लोग टिकट के लिए आवेदन करेंगे। अधिकतर आवेदन कार्यसमिति के सदस्यों और जिला अध्यक्षों के माध्यम से पंजाब के संगठन के पास पहुंचे हैं, जबकि पहली बार ऐसा भी हुआ है कि बहुत सारे ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने सीधे आवेदन किया है। दूसरी तरफ पार्टी के नेताओं के सूत्रों ने बताया कि पार्टी की तरफ से किए गए सर्वे के अनुसार पहले आवेदकों छंटनी की जाएगी और उसके बाद जो नाम सामने आएंगे उनकी सूची फाइनल लिस्ट निकालने के लिए भेजी जाएगी। राज्य के स्तर पर पंजाब चुनाव प्रभारी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, राज्य संगठन मंत्री और प्रांत संघ प्रचारक समेत कुछ वरिष्ठ नेताओं का एक पैनल सर्वे के अनुसार और चर्चा के बाद एक सूची तैयार करेगा। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष और गठबंधन के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह, बीजेपी के पंजाब प्रभारी और बीजेपी चुनाव प्रभारी टिकटों पर फैसला लेंगे।