चंडीगढ़। पंजाब (Punjab) में 15 अक्टूबर को पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) होने वाले हैं। वहीं मतदान (Voting) की तारीख से एक दिन पहले ही कांग्रेस (Congress) ने चुनाव को टालने की मांग की है। कांग्रेस की पंजाब इकाई ने पंचायत चुनाव को स्थगित करने की मांग की है। पंजाब कांग्रेस ने नामांकन प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। इसके अलावा मतगणना (Vounting of Votes) के दौरान भी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पंजाब राज्य निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) से मुलाकात की। उन्होंने मुलाकात के दौरान पंचायत चुनाव को तीन सप्ताह तक स्थगित करने की मांग की है।
वहीं राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात के बाद नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत चुनाव तीन सप्ताह तक स्थगित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा लगाया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान ‘‘बड़े पैमाने पर अनियमितताएं’’ की गईं, क्योंकि कई विपक्ष समर्थित उम्मीदवारों का नामांकन ‘‘गलत तरीके से’’ खारिज कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कई प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल करने के लिए आवश्यक अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं दिया गया। बाजवा ने कहा कि कई लोगों ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख किया है जिनका नामांकन ‘‘गलत तरीके से’’ खारिज कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चुनाव प्रक्रिया को तीन सप्ताह तक स्थगित कराना चाहते हैं। हम पंचायत चुनाव रद्द कराना नहीं चाहते।’’
बाजवा ने यह भी दावा किया कि पंचायत चुनावों के लिए एक जनवरी 2024 की मतदाता सूची के बजाय एक जनवरी 2023 की मतदाता सूची को स्वीकृत किया गया है, जबकि लोकसभा चुनाव में एक जनवरी 2024 की मतदाता सूची स्वीकृत की गयी थी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करने वाले कई वोटर्स पंचायत चुनावों में वोट नहीं दे पाएंगे। बाजवा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने पंचायत चुनाव में धांधली के लिए सरपंच और पंच के पदों के लिए प्रत्येक गांव में फर्जी मतपत्र छपवाए हैं। बाजवा ने कहा, ‘‘हम मतपत्रों पर होलोग्राम लगाने की मांग करते हैं। हमें मतगणना के दौरान भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका है।’’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved