नई दिल्ली: पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. अवैध रेत खनन से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार भूपिंदर (Bhupinder Singh Honey) की न्यायिक हिरासत 10 मार्च तक बढ़ा दी गई है. हनी को ईडी ने रेत खनन के मामले में गिरफ्तार किया था. एक स्थानिय अदालत ने भूपिंदर को 11 फरवरी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि पूछताछ के दौरान हनी ने बिल्कुल सहयोग नहीं किया.
हनी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत 3 फरवरी देर रात को गिरफ्तार किया गया था. पिछले महीने छापेमारी के बाद ईडी ने 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश और कई दस्तावेज बरामद किए थे, जिनमें से आठ करोड़ रुपये और अधिकतर कागजात अकेले हनी से जुड़े परिसरों से जब्त किए गए थे. इसके अलावा, 21 लाख रुपये से ज्यादा कीमत का सोना और 12 लाख रुपये मूल्य की रोलेक्स घड़ी जब्त की गई थी.
कई सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक दिन की पूछताछ के बाद सिंह को जालंधर से गिरफ्तार किया था. ईडी ने मोहाली, लुधियाना, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पठानकोट में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों में छापेमारी की थी. फेडरल एजेंसी ने 18 और 19 जनवरी को पिंजौर रॉयल्टी कंपनी के मालिक कुदरतदीप सिंह और उनके सहयोगियों और शेयरधारकों कंवरमहिप सिंह, मनप्रीत सिंह, सुनील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह सहित अन्य आरोपी व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी की थी.
भूपिंदर सिंह ने किया था कबूला
ईडी ने अपने बयान में कहा था कि छापेमारी के दौरान उसने कुदरतदीप सिंह, भूपिंदर सिंह (हनी), हनी के पिता संतोख सिंह और संदीप कुमार के बयान दर्ज किए और इन बयानों से यह पता चला कि 10 करोड़ रुपये की जब्त राशि भूपिंदर सिंह, पुत्र संतोख सिंह की थी. ईडी ने यह भी दावा किया था कि भूपिंदर सिंह ने कबूला है कि उसे बालू खनन से जुड़ी गतिविधियों और अधिकारियों की नियुक्ति/तबादले में मदद करने के एवज में जब्त की गई राशि मिली थी.
ईडी ने कहा कि हनी को कुछ दस्तावेजों के साथ तीन फरवरी को एजेंसी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन जारी किया गया था. जांच एजेंसी के मुताबिक, हनी उपस्थित हुआ और अपना बयान दिया, जिसमें उसने अन्य बातों के साथ-साथ कहा कि वह खनन संबंधी गतिविधियों में शामिल है, लेकिन दोष साबित करने वाला डाटा सामने रखे जाने पर वह टालमटोल करने लगा था.
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