भोपाल। ठंड जा चुकी है और मौसम में गर्मी की शुरूआत हो चुकी है।मौसम की गर्मी के बीच महंगाई की आंच से रसोई तपने वाली है। क्योंकि दाल,चावल और तेल के दाम बढ़ चुके हैं,धनिया,मिर्ची और जीरा के दाम में जबरदस्त उछाल आया है। हालांकि आटा के दाम टूटे हैं जिससे लोगों को थोड़ी राहत है।महंगाई की मार पहले से ही झेल रहे आमजन को आसमानी आपदा से खराब हुई फसल की मार भी झेलनी पड़ेगी। क्योंकि दाल,चावल सहित अन्य फसलों को इस बार काफी नुकसान हुआ है। जिससे आने वाले समय में महंगाई और बढऩे का अंदेशा है।
10 से 15 फीसदी बढ़े दाम
एक महीने में 10 से 15 फीसदी की महंगाई आई है। दाल,चावल से लेकर धनियां, मिर्ची और जीरा पर भी महंगाई का असर पड़ा है। तेल के दाम पर तकरीबन 10 फीसद का इजाफा हुआ है, जबकि जीरा पर 100 रुपये प्रतिकिलो का उछाल आया है। इसी तरह से मिर्ची के दाम 50 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। दाल,चावल पर भी 10 से 15 फीसद दाम बढ़े हैं। इसी तरह से शक्कर पर भी दो रुपये प्रतिकिलो की तेजी आई है।
दाम बढऩे के पीछे तर्क
थोक व्यापारी विमल गर्ग का कहना है कि सरसों व रिफाइंड के तेल के दाम में तेजी आई है। चार माह पहले सरसों का तेल डेढ़ सौ रुपये किलो था लेकिन पिछले माह सरसों के तेल के दाम 106 रुपये किलो तक आ गया था जो अब फिर से बढऩे लगा है। क्योंकि मंडी में सरसों की फसल आ चुकी है जिसका दाम प्रति क्विंटल 5300 रुपये तक पहुंच चुका है। फसल के दाम बढऩे के साथ ही सरसों के दाम में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
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