भोपाल। मुख्यमंत्री (Cheif Minister) शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि जंगली जानवरों के हमलों से किसी भी प्रकार की जन-धन हानि (Lose) नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में वन विभाग (Forest Department) पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करे। सीधी (Seedhi) जिले के ग्राम खैरी में जंगली हाथियों (Elephant) के हमले से हुई जन-धन हानि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस प्रकार की घटनाएँ अन्यत्र न हों यह सुनिश्चित किया जाए। चौहान ने निर्देश दिए कि जंगली जानवरों से सुरक्षा (Sefty) के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएँ। वन विभाग इसके लिए विशेष दलों का गठन करें, जिनके पास उपयुक्त वाहन, वायरलेस तथा अन्य सुरक्षात्मक उपकरण हों। दल के कार्यों की निगरानी प्रतिदिन वरिष्ठ अधिकारी करें। जंगली हाथियों और अन्य जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए ग्रामों में ईको विकास समितियों को सक्रिय करें तथा प्रत्येक ग्राम स्तर की एक रिस्पांस टीम बनाई जाए। यह टीम टाईगर रिजर्व के प्रबंधन से लगातार सम्पर्क में रहे। जंगली जानवरों के विचरण के संबंध में ग्रामवासियों को लगातार सूचनाएं दी जाएं।
ऐसे खदेड़ें जंगली हाथियों को
मुख्यमंत्री (Cheif Minister) ने बैठक में निर्देश दिए कि जंगली हाथियों को खदेडऩे के लिए मिर्ची पाउडर का उपयोग, पटाखे फोडऩा तथा आग लगाना जैसे उपाय किए जाएँ। हाथियों की निरंतर निगरानी के लिए हाथी दल के मुखिया की रेडियो कॉलरिंग के संबंध में विशेषज्ञों से चर्चा की जाए।
हाथियों के मूवमेंट पर निगरानी रखें
चौहान ने कहा कि वन विभाग (Forest Department) के अधिकारी और कर्मचारी हाथियों के मूवमेंट पर सतत निगरानी रखें। हाथियों के दल को आबादी क्षेत्र से वनों की ओर ले जाने के प्रयास करें। यदि हाथियों का दल बस्ती की ओर आता है, तो ग्रामवासियों को समय रहते सचेत करें, जिससे किसी तरह की दुर्घटना न हो। हाथियों का आबादी क्षेत्र में प्रवेश रोकने के लिये वन विभाग के अधिकारी कार्य-योजना तैयार करें। हाथियों के मूवमेंट के संबंध में लाउड स्पीकर से ग्रामवासियों को लगातार सूचनाएँ दें।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved