इंदौर। प्रति सोमवार होने वाली समय सीमा बैठक में कलेक्टर के तीखे तेवर देखने को मिले। पिछले 15 दिनों से ज्यादा के समय बीत जाने के बावजूद भी जन सेवा शिविर के मामलों में लगभग 7000 से अधिक की पेंडेसी सामने आई है। वहीं, सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों के निराकरण में लापरवाही भी बढ़ती जा रही है। टॉप 10 पेंडेंसी वाले विभागों में पुलिस प्रशासन, नगर निगम, अनुसूचित जनजाति, पंचायत और रेवेन्यू है। सबसे ज्यादा पेंडिंग पड़े हुए जन शिविर के मामलों में 7000 में लगभग 2000 मामले पुलिस प्रशासन के हैं।
कलेक्टर ने कार्यवाही करते हुए अधिकारियों को अच्छी खासी फटकार लगाई, जहां बैठक में अनुपस्थित रहने व सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर प्राचार्य एसके कोरी का एक दिन का वेतन राजसात करने के आदेश जारी किए। वहीं, सीएम हेल्पलाइन में छात्रों की सुनवाई नहीं होने के कारण अनुसूचित जनजाति विभाग की अधिकारी सुप्रिया विशन को शोकॉज नोटिस थमाया है। ज्ञात हो कि छात्रवृत्ति और अन्य मामलों को लेकर विभाग के साथ-साथ डीएवीवी में भी सैकड़ों की तादाद में आवेदन पेंडिंग पड़े हैं।
पर्यावरण बचने की शुरुआत घर से : कलेक्टर इलैयाराजा ने पर्यावरण दिवस के मौके पर कलेक्ट्रेट कार्यालय सहित सभी शासकीय कार्यालयों में 2 दिन सफाई अभियान की शुरुआत की है. प्रति शुक्रवार जहां शासकीय दफ्तरों में आंतरिक सफाई पर ध्यान दिया जाएगा। वहीं, हर शनिवार परिसर की सफाई का जिम्मा भी कर्मचारियों को उठाना होगा। सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर भी कलेक्टर चिंताग्रस्त नजर आए। परिसर में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए शहर में भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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