इंदौर। इंदौर (Indore) में सार्वजनिक राशन वितरण व्यवस्था (public ration distribution system) से तीन लाख लोग फायदा उठा रहे हैं. कोरोना काल में राशन दुकानों से मिलनेवाला अनाज (food grains from ration shops) गरीबों के लिए मददगार (helper to the poor) साबित हुआ है. इंदौर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग 530 राशन दुकानें हैं. गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Yojana) के तहत नियमित राशन पीडीएस की दुकानों से मिल रहा है. राज्य की दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत भी उचित मूल्य पर गरीबों को राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
5 किलो प्रति सदस्य मिल रहा खाद्यान्न
सुखलिया क्षेत्र में राशन दुकान संचालित करने वाले अरुण भारद्वाज ने बताया कि 5 किलो प्रति सदस्य खाद्यान्न दिया जा रहा है. राज्य सरकार की दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत 1 किलो आयोडीन नमक प्रति परिवार भी वितरित किया जा रहा है. इसके साथ ही समय समय पर शक्कर, चावल उचित मूल्य पर उपलब्ध करवाया जाता है. बता दें कि शहरों में प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार चल रहे हैं।
राशन दुकानों के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से दुकानें चलाई जा रही हैं. इन दुकानों से सार्वजनिक वितरण प्रणाली का नियमित राशन के अलावा कोरोना महामारी के लिए विशेष रूप से स्वीकृत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का राशन भी दिया जा रहा है. पिछले साल कुछ दुकानों के खिलाफ राशन वितरण में अनियमितता पर प्रशासन और खाद्य विभाग ने कार्रवाई भी की थी. कुछ दुकान संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर दुकानों को बंद भी किया गया था।
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