– रातभर से अग्निपथ योजना का विरोध करने महू पहुंच रहे युवा… शहर में घुसने के पहले ही खदेड़ रही पुलिस
– 15 जिलों का मुख्यालय है महू का सेना भर्ती कार्यालय…
– पुलिस के साथ-साथ सेना ने भी संभाला मोर्चा
इंदौर। केंद्र सरकार (Central Government) की अग्निपथ योजना (Agneepath Yojana) का विरोध करने के लिए देर रात से ही प्रदेश के कई शहरों से युवा प्रदर्शन करने के लिए महू (Mhow) पहुंच रहे थे, मगर पुलिसिया तंत्र एक्टिव होने के चलते शहर में घुसने के पहले ही प्रदर्शनकारी (Protesters) युवाओं (Youth) को खदेड़ दिया जा रहा है, वहीं बीती रात लगभग 100 से ज्यादा युवा महू शहर (Mhow City) में प्रवेश करने में सफल भी रहे, जिन्हें रात 1 बजे के लगभग रेलवे स्टेशन (Railway Station) के पास से 3 बसों में बैठाकर इंदौर जिले के बाहर पहुंचा दिया गया। आज सुबह प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पुलिस के साथ-साथ सेना के जवान भी बंदोबस्त में नजर आए।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में अग्निपथ योजना (Agneepath Yojana) को लेकर भडक़ी हिंसा के बाद देशभर में सेना में भर्ती होने के इच्छुक युवा सेना भर्ती कार्यालय पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके तहत आज सुबह 9 बजे महू (Mhow) में स्थित सेना भर्ती कार्यालय पर भी युवा पहुंचकर प्रदर्शन करने वाले थे। गौरतलब हो कि महू (Mhow) का सेना भर्ती कार्यालय प्रदेश के 15 जिलों का मुख्यालय है। यहां इंदौर सहित नीमच, रतलाम, देवास, उज्जैन सहित 15 जिलों के अभ्यर्थी सेना में भर्ती होने के लिए पहुंचते हैं, किंतु कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 वर्षों में सेना की भर्ती नहीं निकाली गई, जिसके चलते हजारों युवाओं की आयु सीमा सेना में भर्ती होने के लिए खत्म हो गई, जिसका आक्रोश भी युवाओं में व्याप्त है। वहीं अब सरकार की अग्निपथ योजना में सिर्फ 4 वर्ष ही सेना में नौकरी मिलने से देशभर में युवा इसका कड़ा विरोध दर्ज कर रहे हैं। लिहाजा देशभर में हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए 2022 के लिए अग्निपथ योजना हेतु सरकार ने भर्ती प्रक्रिया के लिए आयु सीमा को बढ़ाकर 21 से 23 वर्ष कर दिया है।
अग्निवीरों को रोकने के लिए पूरे शहर में धारा144 लागू…
अग्निवीरों के विरोध को रोकने के लिए पूरे महू (Mhow) में धारा 144 लागू कर दी गई है। यदि कोई भी व्यक्ति पांच या उससे अधिक तादाद में नजर आया तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसी प्रतिबंधात्मकआदेश के तहत गिरफ्तारियां की जा रही हैं। पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशनों (Railway Stations) पर और रेलवे पटरियों पर खासतौर से निगाहें रखी जा रही हंै, क्योंकि ये युवा रेल रोकने के लिए पटरियों पर खड़े हो जाते हैं और ऐसी स्थिति में उन्हें हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग पर मजबूर होना पड़ता है। इन्हीं परिस्थितियों को टालने के लिए रेलवे पुलिस के जवानों के साथ ही स्थानीय पुलिस भी जुटी हुई है। चुनाव के मद्देनजर इन युवाओं पर बल प्रयोग भी जरूरी परिस्थितियों में किए जा सकेंगे।
ये है अग्निपथ योजना
केंद्र की अग्निपथ योजना (Agneepath Yojana) के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल किया जाना है। योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीरों की उम्र 17 से 23 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन मिलेगा। योजना के मुताबिक भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोडऩी पड़ेगी। इसी योजना का देश के कई राज्यों में युवा विरोध कर रहे हैं। कल बिहार में सबसे अधिक विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला है। सेना में शामिल होने की तैयारियों कर रहे युवाओं का पक्ष है कि वो सालों तक खूब मेहनत कर सेना भर्ती होने की तैयारी करते हैं। ऐसे में चार साल की नौकरी उन्हें मंजूर नहीं है।
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