भोपाल। एक बार फिर जमीन महंगी हो रही है। राजधानी में पंजीयन अफसरों ने बढ़ी दरों पर रजिस्ट्रियों को आधार बनाकर रेट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए ऑर्गेनाइज्ड प्रॉपर्टी फार्मूले को अपनाया है। जहां शॉपिंग मॉल, स्ट्रीट शॉपिंग, क्लब, मैरिज गार्डन, हॉस्पिटेलिटी, कॉलोनी और ऑफिस स्पेस काफी हैं, वहां के रेट बढ़ाए जाएंगे। जमीनों के रेट में 2020 को छोड़कर लगातार वृद्धि की जा रही है। वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन से जहां पांच रजिस्ट्री अधिक दरों पर हुईं हैं उन स्थानों पर 5 से 10 फीसदी, जहां पांच से अधिक रजिस्ट्री कलेक्टर गाइडलाइन से अधिक हुईं हैं, वहां 15 और कुछ स्थानों पर 20 फीसदी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। सबसे ज्यादा वृद्धि भोपाल टू में प्रस्तावित है। हालांकि, चुनावी साल होने की वजह से लोगों को राहत मिलने की भी उम्मीद है।
ऑर्गेनाइज्ड प्रॉपर्टी फॉर्मूला
जहां पांच रजिस्ट्री कलेक्टर गाइडलाइन से अधिक दर पर वहां 5 से 10 फीसदी वृद्धि जहां पांच से ज्यादा रजिस्ट्री हुईं वहां 15 और 20 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। नर्मदापुरम रोड की कॉलोनी, कोलार रोड की कुछ कॉलोनी, बावडिय़ाकलां, नया क्षेत्र सलैया शामिल है। इसी तरह, मिसरोद से आगे मंडीदीप और जाटखेड़ी, एम्स की तरफ मुख्य सड़क और उसके आगे अमरावतखुर्द तक की जमीनों के रेट पर असर पड़ेगा। राजधानी में कुल 3897 लोकेशन दर्ज की गयी हैं।
सोच समझकर कर करें प्रस्ताव
जिला स्तरीय मूल्य वृद्धि विरोध समिति के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने जिला मूल्यांकन समिति के पदाधिकारियों से अपील की है कि अधिकारियों से रेट बढ़ाने का आधार पता करने के बाद तर्क करें। आम आदमी दावे-आपत्तियों को भी देखें। तब जाकर रेट बढ़ाएं। जबकि, वरिष्ठ जिला पंजीयक मुकेश श्रीवास्तव का कहना है कि जब तक बैठक नहीं होती, इस मामले में कुछ भी पहीं बता सकते।
विकास बना फॉर्मूला
भोपाल टू में नर्मदापुरम रोड, बाविडिय़ाकला, सलैया, कोलार रोड, चूना भट्टी में 40 प्रतिशत स्वतंत्र आवास, 40 प्रतिशत अपार्टमेंट्स, 20 प्रतिशत रेसीडेंशियल और कर्मशियल प्लॉट्स हैं। अवधपुरी, अयोध्या बायपास से लेकर नीलबड़, रातीबड़ और फंदा हैं। लांबाखेड़ा भी नया क्षेत्र है।
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