इन्दौर। इन्दौर (Indore) में बढ़ रही आबादी के हिसाब से जहां दमकलकर्मियों (firefighters) ने आग बुझाने के दौरान सीमित संसाधनों (limited resources) से ही काम चलाना पड़ रहा है, वहीं अब बढ़ते क्षेत्रफल को देखते हुए संसाधनों को बढ़ाने और कर्मचारियों की संख्या बल बढ़ाने की आवश्यकता भी महसूस की जाने लगी है। कोरोना से लेकर अब तक जहां फायर ब्रिगेड ने मुस्तैदी से काम कर करोड़ों की संपत्ति प्रभावित होने से बचाई है, वहीं गत वर्ष की अपेक्षा काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान 150 लोगों को भी आग में फंसे होने के बावजूद सुरक्षित बचाया है, वहीं 53 करोड़ से अधिक की संपत्ति को जलने से बचाया है।
एसपी फायर आरएस नीमवाल (SP Fire RS Neemwal) के मुताबिक वर्ष 2020 1 जनवरी से 13 दिसंबर तक में गांधी हाल, लक्ष्मीबाई नगर, पीथमपुर फायर स्टेशन, सांवेर रोड़, मोती तबेला, फायर स्टेशन में आग लगने की 454 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 2 करोड़ 52 लाख 35 हजार की नुकसानी हुई तो वहीं 6 करोड़ 14 लाख 50 हजार की संपत्ति को दमकलकर्मियों ने जलने से बचाया है। नीमवाल के मुताबिक वर्ष 2021 में इन चारों स्टेशनों पर आग लगने की 554 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 35 करोड़ 31 लाख 53 हजार 500 का नुकसान हुआ है। एसपी के मुताबिक जिस तरह से शहर की आबादी बढ़ रही हैं और नई-नई टाउनशिप का विस्तार हो रहा है। ऐसी स्थिति में शहर में दमकलकर्मियों की संख्या ऊंट में जीरे के समान है। उन्होंने संसाधनों को बढ़ाने के साथ-साथ दमकलर्मियों की भर्ती किए जाने की बात पर भी बल दिया है।
ऊंची इमारतों में आग लगने की घटनाओं में कमी
ऊंची इमारतों में आग लगने की घटनाओं में हालांकि कमी आई है। लगातार दमकल विभाग द्वारा इन भव्य मंजिला इमारतों को लगातार स्वयं के संसाधन के लिए प्रेरित किया गया। जिसका असर यह हुआ कि इन इमारतों में अब अग्निशमन यंत्र लगाए जा रहे हैं। हालांकि इस वर्ष ऊंची इमारतों में कहीं भी आग नहीं लगी। इस वर्ष पाटनीपुरा में चार मंजिला भवन में आग लगने की बड़ी घटना हुई है, जिसमें फंसे एक ही परिवार के 10 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। पूरे वर्षभर में 150 लोगों को अलग-अलग स्थानों पर आग लगने की घटना के दौरान सुरक्षित निकाला गया।
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