उज्जैन। नगर निगम चाहता है कि 31 मार्च तक अधिक से अधिक वसूली हो और इसके लिए अमले को सक्रिय किया गया है। नगर निगम के अधिकारियों ने पिछले दिनों दावे किए थे कि संपत्ति कर की वसूली के लिए बड़े 500 बकायेदारों को डिमांड नोटिस दिए गए हैं और सभी बकायेदारों के यहां नगर निगम के कर्मचारी दस्तक देंगे और संपत्ति कर की वसूली अधिक से अधिक की जाएगी। 25 मार्च तक के आंकड़े पर गौर किया जाए तो अब तक पिछले साल 31 मार्च तक जितनी वसूली भी नहीं हो पाई है।
पिछले साल 31 मार्च तक 27 करोड़ से अधिक का संपत्ति कर नगर निगम ने वसूल कर लिया था, लेकिन इस वर्ष 25 मार्च तक 26 करोड़ 88 लाख रुपए के आस पास संपत्ति कर की वसूली हो पाई है। यदि 5 से लाख रुपये प्रति दिन भी जोड़ा जाए तो अब 6 दिन शेष हैं। ऐसे में अधिकतम 50 लाख रुपए की वसूली नगर निगम और कर सकता है। तब जाकर संपत्ति कर का आंकड़ा 27 करोड़ 36 लाख के आसपास ही पहुंच पाएगा। जो कि पिछले साल से मात्र 36 लाख अधिक होगा। जबकि इस वर्ष कोरोना एवं अन्य बीमारियों की मार भी कम रही। पिछले वर्षों में कोरोना होने के बावजूद भी 27 करोड़ रुपयेकी वसूली हुई थी।
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