बिलासपुर। योग गुरू बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं. एलोपैथ (allopath) पर दिए बयान और एलोपैथी की दवा पर सवाल खड़ा करने के बाद उनके खिलाफ डॉक्टर आकाश स्वर्णकार ने जिला न्यायालय बिलासपुर (District Court Bilaspur) में परिवाद दायर की है. इस मामले की सुनवाई 7 जून को होगी. दायर परिवाद में डॉ.आकाश स्वर्णकार ने बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के खिलाफ एपेडेमिक एक्ट (epidemic act) और धारा 153 A के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज किए जाने की मांग की है.
परिवाद में रामदेव के वीडियो का जिक्र किया गया
परिवाद में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के एक वीडियो का जिक्र किया गया है, जिसमें वे कह रहे हैं कि ‘लाखों लोगों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई है, जितने लोगों की मौत हॉस्पिटल ना जाने से या ऑक्सीजन ना मिलने से हुई, उससे ज्यादा लोगों की मौत ऑक्सीजन मिलने की बावजूद एलोपैथी की दवा खाने से हुई है, या फिर स्टेरॉयड की वजह से हुई है.’
7 जून को होगी मामले की सुनवाई
सैय्यद इशहादिल अली के अनुसार परिवाद को न्यायालय ने स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तिथि 7 जून रखी है, मामले की सुनवाई जुडिशियल मजिस्ट्रेट अभिनव डहरिया की कोर्ट करेगी.
डॉक्टरों ने खोला मोर्चा
दरअसल, एलोपैथ पर दिए गए स्वामी रामदेव के कथित विवादित बयान पर डॉक्टरों मोर्चा खोला हुआ है. बीते मंगलवार को कई राज्यों में डॉक्टरों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि एलोपैथी के डॉक्टरों ने कोरोना की इस घड़ी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. रामदेव का बयान चिकित्सकों को आहत करता है.
विवादित बयान पर माफी मांग चुके हैं बाबा रामदेव
कोरोनाकाल के बीच एलोपैथी और डॉक्टरों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर योग गुरु रामदेव माफी मांग चुके हैं. उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था. उन्होंने कहा था कि वह बयान वॉट्सऐप पर आया था, जिसे उन्होंने पढ़कर सुनाया था. इसके साथ ही बाबा रामदेव ने स्वास्थ्य मंत्रालय को माफीनामा भी भेजा था.
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