शिकागो। अमेरिका (America) में पुलिस (Police) कई विश्वविद्यालयों (Universities) में घुसकर धरने हटवा चुकी है, लेकिन फलस्तीन (Palestine) समर्थकों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी शिक्षण संस्थाओं में लगभग तीन हफ्ते से आंदोलन के कारण तनाव बना हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने फिर किया कब्जा
पुलिस ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को हटाया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने फिर एमआईटी में बनाए शिविर पर फिर कब्जा कर लिया। एमआईटी में प्रदर्शनकारियों से कहा गया था कि वे स्वेच्छा से कब्जा हटा लें नहीं तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। इसके लिए सोमवार दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया गया था।
कई प्रदर्शनकारियों ने कब्जा हटा लिया, लेकिन बाद में विश्वविद्यालय के बाहर से प्रदर्शनकारियों के आने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर फिर कब्जा कर लिया। एमआईटी प्रवक्ता के अनुसार, सोमवार रात तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। रोड आइलैंड स्कूल ऑफ डिजाइन में भी छात्रों ने सोमवार को एक इमारत पर कब्जा कर लिया। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत की है, लेकिन तनाव बरकारार है।
40 छात्रों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस बीच शिकागो विश्वविद्यालय में पुलिस ने मंगलवार को धरना दे रहे फलस्तीन समर्थकों को हटा दिया। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सैन डिएगो में, पुलिस ने धरना खत्म कराकर 40 छात्रों सहित 64 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
यूरोप तक फैला विरोध प्रदर्शन
छात्रों का विरोध प्रदर्शन यूरोप तक फैल गया है। पुलिस ने मंगलवार तड़के एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय से लगभग 125 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। छात्रों ने फिनलैंड, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में भी विरोध प्रदर्शन किया या शिविर लगाए। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अंतरिम अध्यक्ष, एलन गार्बर ने छात्रों को चेतावनी दी कि हार्वर्ड यार्ड में धरना दे रहे प्रदर्यानकारियों को परिसर में अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें छात्रावास की सुविधा नहीं दी जाएगी। परीक्षा देने से भी रोका जा सकता है।
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