ग्वालियर। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ग्वालियर पहुंच गईं हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ मध्य प्रदेश के ग्वालियर कांग्रेस के चुनावी अभियान का आगाज किया। प्रियंका ने ‘जन आक्रोश रैली‘ को संबोधित करते हुए विपक्ष पर साधा निशाना। चंबल की भाषा में बोलीं- भाजपा जाएबे वारी है, कांग्रेस आएबे वारी है।
प्रियंका गांधी का संबोधन
- प्रियंका गांधी ने चंबल की भाषा में लोगों को राम-राम करते हुए चंबल की भाषा में ही अपने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने चंबल की वीरता और रानी लक्ष्मीबाई को याद किया।
- प्रियंका ने कहा- परंपरा रही है कि नेताओं में सभ्यता, सरलता, सादगी, सच्चाई ढूंढते हैं। आजकल भोकाल की राजनीति है, देश का सत्य डूब रहा है। राजनीतिक सौजन्यता बनाए रखना प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है, सब धान बाइस पसेरी की तर्ज पर गठबंधन के बाद सबको चोर बोला।
- मणिपुर जल रहा है, अत्याचार जारी है। पीएम ने 77 दिन तक बयान तक नहीं दिया, एक्शन लेना दूर की बात है। मजबूरी में कल चुप्पी तोड़ी जब वीडियो वायरल हुआ, बयान में भी राजनीति घोली। मैं भी 30 मिनट में 10 मिनट तक मोदी, 10 मिनट सिंधिया और 10 मिनट शिवराज के बारे में बोल सकती हूं।
- महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है- टमाटर 150 रूपए किलो, बारिश में घर की छत की मरम्मत महंगी, उपहार देना मुश्किल, बच्चों की फीस महंगी, बारिश मे छाता खरीदना मुश्किल। केवल टमाटर की बात नहीं, पूरे जीवन में बोझ बन गई है महंगाई। महंगाई की मार से सबसे ज्यादा बहनें परेशान हैं- राशन, एलपीजी, उपचार, सब महंगा, मैं दूसरों की आलोचना के बजाय समस्या पर बात करूंगी।
- देश की पूरी संपत्ति दो बिजनेसमैन को बेची, सरकारी कंपनियों को अपने मित्रों को सौंपा। सेना की भर्ती की असलियत सबके सामने है, बेरोजगारी बढ़ गई, रानी लक्ष्मी बाई के इस क्षेत्र से वीर जवान सरहद पर खड़े होते थे, अब अग्निवीर की ट्रेनिंग से ही युवा वापस जा रहे हैं।
- पटवारी भर्ती में घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा- MP में 3 सालों में सिर्फ 21 सरकारी नौकरी दीं, ये शर्म की बात है।
- ये लोग चुनाव के पहले लोगों को बरगला रहे हैं, 18 साल सरकार में रहते कुछ नहीं दिया। महंगाई, बेरोजगारी, एमपी सरकार पर निशाना, घोटालों की लंबी लिस्ट, भगवान की मूर्तियां तक नहीं छोड़ीं, महाकाल में घोटाला कर दिया।
- जो सरकार खरीद कर बनाई गई उसकी नींव ही गलत है। नीयत भी खराब, इसलिए घोटाले और लूट पर ध्यान है। 18 सालों से सत्ता में रहने से सरकार अहंकारी हो गई है। एमपी में जनता को मूल मुद्दों से भटकाने की कोशिश की जा रही है। सत्ता को नेक इंसान के हाथ में दो- वह सेवा करेगा, गलत हाथों में ऐसे ही लूट मचेगी।
- अत्याचार केवल कमजोर पर होते हैं- आदिवासी, दलित, महिला अत्याचार बढ़े, बीजेपी नेता का बेटा ही बलात्कारी। सबसे ज्यादा विवेक जनता में होता है औऱ कभी गलत निर्णय नहीं लेती।
- एमपी में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं, नेताओं के महल बन गए और आप तंगहाल हैं। जनता भी दोषी है क्योंकि सवाल नहीं उठा रही, 1600 करोड़ रूपए एक उद्योगपति रोज कमा रहा है और किसान दिन भर में 27 रूपए नहीं कमा पा रहा।
- मंच से पूछा बदलाव चाहते हो या नहीं, इस सरकार को हटाकर दिन-रात काम करने वाली सरकार चाहते हो या नहीं।
- मंच से हुई गड़बड़, बोल दिया- प्रदेश में 1600 युवा बेरोजगार, बाद में किया सुधार, बोलीं 1600 युवा कर रहे हैं आत्महत्या।
- फिर दीं गारंटी- पुरानी पेंशन फिर से लागू होगी, हर बहन को 1500 रूपए महीना मिलेगा, एलपीजी 500 में, बिजली बिल 100 यूनिट फ्री 200 यूनिट का बिल हाफ, किसानों की कर्जमाफी फिर से होगी।
- कमलनाथ से की मांग, सरकार बनने पर दिव्यांगों की पेंशन 600 से बढ़ाने की मांग।
- अंत में ग्वालियर चंबल की भाषा में बोलीं- भाजपा जाएबे वारी है, कांग्रेस आएबे वारी है…