ग्वालियर। कोविड-19(Covid-19) के मरीजों का निजी अस्पतालों (Private hospitals) में इलाज बहुत मंहगा होता है, लेकिन ग्वालियर(Gwalior) के कुछ निजी अस्पतालों ने अपने संसाधन पैरा मेडिकल स्टाफ(Para Medical Staff) सहित प्रशासन को सौंप दिए हैं। इससे प्रशासन को कोविड-19(Covid-19) के मरीजों के लिए करीब 500 बिस्तर मिल गए हैं। इस समय ग्वालियर(Gwalior) में कोरोना वायरस(Corona Virus) से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा प्रतिदिन 900 तक पहुंच गया है।
ग्वालियर के कलेक्टर कौशैलेन्द्र विक्रम सिंह ने शनिवार को बताया कि आपदा के समय ग्वालियर के 12 निजी अस्पतालों ने जनहित में अपने अस्पताल और डॉक्टरों को प्रशासन को सौंप दिया है। इन अस्पतालों में निशुल्क कोविड केयर मिलेगी। छह अस्पताल शुरु हो चुके हैं और जल्दी ही दूसरे भी शुरू हो जाएंगे।
सिंह ने बताया कि निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत यहां कोविड-19 के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इन अस्पतालों में भर्ती हो रहे संक्रमित मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को बतौर नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इसके साथ ही मजबूत रेफरल सिस्टम भी विकसित किया है, जिससे गंभीर मरीज को तत्काल सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। उन्होंने कहा कि संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए ग्वालियर शहर में स्थित सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बिस्तर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में शहर में सरकार द्वारा संचालित 14 स्वास्थ्य संस्थाओं सहित 57 निजी अस्पतालों में 2,154 बिस्तर खाली हैं। इसके साथ भविष्य में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारी की है और नर्सिंग कॉलेज एवं संस्थाओं में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पैरामेडीकल स्टाफ, चिकित्सक व ऑक्सीजन सहित पर्याप्त संख्या में अतिरिक्त बिस्तरों का इंतजाम किया गया है। सिंह ने बताया कि इसके अलावा, संक्रमित मरीजों के लिए सरकारी सुविधा के रूप में जेएएच के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल व जिला चिकित्सालय ग्वालियर के अलावा ईएसआई अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हजीरा, मिलिट्री अस्पताल, आयुर्वेदिक अस्पताल, आईटीएम अस्पताल, व्हीआईएसएम अस्पताल, रामसिंह धाकरे मेमोरियल अस्पताल, सर्वधर्म अस्पताल, टाईम अस्पताल, सोफिया अस्पताल, रामनाथ सिंह चिकित्सालय और रामकृष्ण अस्पताल मे मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इस सुविधा में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल है।