उज्जैन। केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में 2 हजार से अधिक कैदी हैं और उनमें से कई पढ़ाई भी करना चाहते हैं लेकिन अब शासन की मंशा अनुरूप उन्हें यह सुविधा मिल सकेगी तथा जेल में भी पढ़ाई कर सकेंगे और परीक्षा भी दे सकेंगे। जेल में इग्रू का सेंटर भी खुल चुका है। अब भैरवगढ़ जेल सहित प्रदेश की 168 जिलों में अपराधी और विभिन्न सजाओ में बंद कैदी जेल में ही पढ़ाई कर सकेंगे और वहीं से उन्हें डिग्री भी मिल जाएगी। इसके लिए दो ओपन विश्वविद्यालय यहां स्टडी सेंटर खोलने जा रहे हैं। भेरूगढ़ जेल में वर्तमान में करीब ढाई हजार से अधिक कैदी बंदी के रूप में रहते हैं और इनमें से जिन कैदियों को कॉलेज स्तर की पढ़ाई करना रहती है वह अब तक प्राइवेट फॉर्म भरकर परीक्षा देने सेंटरों पर जाते थे और उन्हें वहां पुलिस कस्टडी में ले जाया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब कैदियों को जेल में ही पढ़ाई कराई जाएगी और वहीं परीक्षा भी दिलाई जाएगी प्रदेश की दो ओपन यूनिवर्सिटी इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की यूनिवर्सिटी इंदिरा गांधी इग्नू और भोज यूनिवर्सिटी अपने स्टडी सेंटर जेल में ही खोलने जा रही है।
जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया इग्नू का स्टडी सेंटर खुल चुका है, उन्हें जगह भी दे दी गई। अब भोज यूनिवर्सिटी का पत्र आते ही उन्हें भी जगह दे दी जाएगी, अब यूनिवर्सिटी के कर्मचारी कैदियों के स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के परीक्षाओं के फॉर्म भरवाएंगे और उन्हें वर्षभर पढऩे के लिए स्टडी मटेरियल भी उपलब्ध कराएंगे। समय-समय पर इन कैदियों की विभिन्न विषयों की विशेष कक्षाएं भी होंगी और परीक्षा भी जेल में ही ली जाएगी। इसके बाद यह विश्वविद्यालय इन्हें डिग्री देंगे और इस डिग्री से जब जेल से लोग छोटे हैं तो इन्हें नौकरियां भी मिलेंगी। जेल में वर्तमान में करीब 25 प्रतिशत कैदी आगे पढऩा चाहते हैं लेकिन अनुमति और सुविधा नहीं मिलने के कारण वह नहीं पढ़ पा रहे थे अब ओपन यूनिवर्सिटी के स्टडी सेंटर खोलने से कैदियों को यह सुविधा मिल पाएगी।
क्षमता से अधिक कैदी है जेल
सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में क्षमता से अधिक कैदी हैं और जेल की क्षमता 1200 से 1400 कैदी की है जबकि यहाँ 2200 से अधिक कैदियों को रखा जाता है..ऐसे में आवश्यकता है कि जेल परिसर को बढ़ाया और अधिक बैरक बनाई जाए। महिला बंदियों की संख्या भी अधिक है और बाहर के कैदियों को बड़ी संख्या में रखा जाता है।
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