इंदौर। सेंट्रल जेल में दोहरे कारावास की सजा से दंडित एक कैदी ने बैरक में फांसी लगाकर जान दे दी। पिछले दिनों जेल अधिकारियों ने उसे तंबाकू रखने के मामले में भी पकड़ा था। जेल अधीक्षक अलका सोनकर के मुताबिक कल रात करीब 12 बजे सूचना मिली कि बैरक नं. 5 में बंदी 36 वर्षीय कालू उर्फ ललित पिता श्यामलाल ने फांसी लगा ली। मौैके पर तैनात जेल प्रहरी ने उसे फंदे से उतारा तो पल्स चल रही थी।
उसे एमवायएच में भर्ती कराया गया, जहां रात लगभग 1 बजे मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बंदी सेंट्रल जेल में वर्ष 2008 से सजा काट रहा था। उस पर दो हत्या के अलावा एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज थे। इसके अलावा तीन अलग-अलग धाराओं में भी 5, 7 व 4 साल की सजा हुई थी। घटना से जिला न्यायालय के मजिस्ट्रेट को भी अवगत करा दिया गया। उन्होंने मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
नाड़ी से लगाई फांसी
बताया जा रहा है कि कालू ने अपने लोवर की नाड़ी निकालकर जेल के बैरक के गेट पर बांध ली और फिर गले में बांधकर लटक गया। झगड़ालू प्रवृत्ति का होने के कारण अकसर जेल में किसी न किसी कैदी से उसका विवाद भी होता रहता था। 8 अप्रैल को उसे तंबाकू की पुडिय़ा ले जाते हुए पकड़ा गया था, तभी से अलग बैरक में रखा गया था।
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